Friday, 27 February 2009

विवि कर्मी व शिक्षक देंगे सशर्त इस्तीफा

27,2,9-, नैनीताल: छठे वेतन आयोग तथा यूजीसी की सिफारिशें लागू करने की मांग को लेकर आंदोलित कुमाऊं विवि के प्राध्यापकों व कर्मचारियों का धैर्य अब जवाब देने लगा है। गुरुवार को विवि प्रशासनिक भवन पर हुई सभा में शासन की उपेक्षा के खिलाफ सभी प्राध्यापकों व कर्मचारियों द्वारा सरकार को सशर्त इस्तीफा भेजने की चेतावनी दी। इसी क्रम में विवि की खराब आर्थिक हालत की जानकारी आम लोगों को देने के लिए शनिवार 28 फरवरी को आम सभा करने का निर्णय लिया गया। हड़ताली विवि प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों ने नित्य की भांति गुरुवार को भी विवि प्रशासनिक भवन में सभा आयोजित की। सभा को संबोधित करते हुए कर्मचारी नेताओं ने विश्र्वविद्यालय के खराब हालात के लिए शासन को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया और विवि की उपेक्षा पर आक्रोश व्यक्त किया। सभा में कुलपति की भूमिका पर भी कई सवाल उठाए गए। उनका कहना था कि इन हालातों के लिए कुलपति भी किसी न किसी रूप में जिम्मेदार हैं। सभा में शिक्षक एवं कर्मचारी प्रतिनिधियों ने कहा कि पिछले दो सप्ताह से विश्र्वविद्यालय तथा उसके तीनों परिसरों में पठन पाठन व अन्य कामकाज ठप पड़ा है लेकिन शासन-प्रशासन के नुमाइंदों को इसकी कोई परवाह नहीं है। वक्ताओं ने कहा कि हड़ताल से विश्र्वविद्यालय में पठन-पाठन बाधित होने के साथ परीक्षा भी लंबित हो रही है, लेकिन जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे हैं। सभा में शासन के उपेक्षापूर्ण रवैये के विरोध में प्राध्यापकों व कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री को सशर्त इस्तीफा भेजने का निर्णय लिया। तय किया गया कि इस्तीफे भेजने के बाद राज्य के विपक्षी दलों के अध्यक्षों से संपर्क कर आंदोलन को गति प्रदान की जाएगी। इसी क्रम में विवि के खराब माली हालतों की जानकारी जन सामान्य को देने के लिए कर्मचारी व शिक्षकों ने शनिवार 28 फरवरी को मल्लीताल रामसेवक सभा प्रांगण में आम सभा करने का ऐलान किया गया। सभा में कुलपति प्रो.सीपी बर्थवाल भी मौजूद थे। श्री बर्थवाल ने कर्मचारियों की मांगों को शासन तक पहुंचाने का आश्र्वासन दिया। सभा में कूटा अध्यक्ष डा.अजय अरोरा, एमएमएस मेहरा, प्रो.सीएस मथेला, प्रो.डीएस कार्की, डा.जीत राम, कर्मचारी नेता एनएस रजवार, कुलदीप सिंह, हेम सनवाल, आनंद रावत, कुंवर सिंह जलाल, भूपाल करायत, प्रकाश पाठक आदि ने विचार रखे।

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