Wednesday, 25 February 2009

विस कूच करते संविदा प्रवक्ता गिरफ्तार

देहरादून, : विधानसभा कूच करते करीब सवा सौ संविदा एवं विजिटिंग प्रवक्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उन्हें सुद्धोवाला जेल भेज दिया गया है। प्रदर्शन के दौरान शिक्षकों की पुलिस से तीखी नोक-झोंक हुई। उन्होंने कहा कि राजकीय महाविद्यालयों में तदर्थ नियुक्ति की मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा। उधर, नेता प्रतिपक्ष डा. हरक सिंह रावत ने गिरफ्तार प्रवक्ताओं से कांग्रेसी विधायकों के साथ जेल में मुलाकात कर उनके मामले को विधानसभा में उठाने का ऐलान किया। प्रदेशभर के राजकीय महाविद्यालयों में कार्यरत संविदा एवं विजिटिंग प्रवक्ता मंगलवार सुबह राजधानी के गांधी पार्क में एकत्र हुए। यहां आयोजित सभा में वक्ताओं ने तदर्थ नियुक्ति की मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया। सभा के बाद उन्होंने रैली निकाली, जो घंटाघर, दर्शनलाल चौक, आराघर, धर्मपुर होते हुए रिस्पना पहुंची। विधानसभा पहुंचने के मकसद से यहां बैरिकेडिंग पार करते समय पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान प्रवक्ताओं की पुलिस से तीखी नोक-झोंक हुई। इसके बाद प्रदर्शनकारी पुलिस को चकमा देने के लिए बैरिकेडिंग से लौट गए और इसके बाद नेहरू कालोनी की गलियों से होते हुए के लिए बैरिकेडिंग के आगे पहुंच गए। पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए शिक्षकों को गिरफ्तार कर सु्द्धोवाला जेल भेज दिया। राजकीय महाविद्यालय विजिटिंग एवं संविदा प्रवक्ता संघ के प्रदेश अध्यक्ष डा. डीसी बेवनी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने अभद्रता के साथ शिक्षकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। उधर, नेता प्रतिपक्ष डा. हरक सिंह रावत और विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल, बलबीर सिंह नेगी, महेंद्र सिंह माहरा, केदार रावत ने जेल में गिरफ्तार शिक्षकों से मुलाकात की। डा. रावत ने संविदा शिक्षकों को बल प्रयोग के साथ गिरफ्तार करने की आलोचना की और मामले को सदन में उठाने की बात कही। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि दुर्भाग्य है कि प्रदेश में शिक्षकों को जेल में ठूंसा जा रहा है।

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