Thursday, 26 February 2009
डीएम से निश्चित दिन मिल सकेंगे सैनिक
देहरादून, : मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी ने कहा कि सेना में सैनिकों को चरित्र निर्माण, देशभक्ति, अनुशासन एवं देश सेवा के लिए प्राण-न्यौछावर करने की सीख मिलती है। पूर्व सैनिकों को इसका सदुपयोग देश व समाजसेवा करने के लिए करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अवकाश पर आने वाले सैनिकों और पूर्व सैनिकों से मिलने के लिए समस्त जिलाधिकारियों को दिन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी ने यह बात कालीदास मार्ग पर नव निर्मित सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास निदेशालय तथा सैनिक विश्राम गृह का लोकार्पण करते हुए कही। उन्होंने कहा कि वह पूर्व सैनिक होने के नाते पूर्व सैनिकों, कार्यरत सैनिकों एवं उनके परिवारों की कठिनाइयों से अवगत हैं। ऐसे में सैनिकों व उनके परिवारों के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। सैनिकों व उनके परिवारों की कठिनाइयों का निस्तारण अनुभव के आधार पर किया जा रहा है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने द्वितीय विश्वयुद्ध एवं अन्य अवसरों पर विभिन्न पदक प्राप्त करने वाले पूर्व सैनिकों एवं उनके परिजनों को वार्षिक धनराािश चैक भी प्रदान किए। इस मौके पर विधायक गणेश जोशी ने कहा कि सरकार पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए लगातार कार्य कर रही है। पूर्व सैनिकों की आवासीय योजना के तहत हल्द्वानी व कोटद्वार में भूमि का चयन किया जा रहा है। सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास के निदेशक ब्रिगेडियर (से.नि) एएन बहुगुणा ने कहा कि निदेशालय का अपना भवन होना एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने बताया कि राज्य में 24 विश्राम गृह स्थापित हैं और चौखुटिया, रुड़की, हरिद्वार व ऋषिकेश में भवन निर्माणाधीन है। इस मौके ले.जनरल (से.नि) ओपी कौशिक, ब्रिगेडियर (से.नि) बीबीएस कार्की, ब्रिगेडियर (से.नि) केजी बहल व युवा कल्याण परिषद के उपाध्यक्ष रविंद्र जुगरान समेत भारी संख्या में पूर्व सैनिक उपस्थित थे।
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