१९ feb-देहरादून, : एलटी शिक्षकों के चार हजार रिक्त पदों पर प्रशिक्षित बेरोजगारों को भर्ती का तोहफा मिलेगा। हफ्तेभर में इसकी प्रक्रिया शुरू होगी। अगले सत्र के लिए विशिष्ट बीटीसी की नियुक्ति प्रक्रिया एक-दो दिन में शुरू की जाएगी। इसके लिए सरकार को एनसीटीई से अनुमति मिल गई है। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले शिक्षा महकमे में हजारों प्रशिक्षित बेरोजगारों के लिए रोजगार के द्वार खुल जाएंगे। महकमे में रोजगार के अवसरों को खंगालने और कामचलाऊ तौर कार्यरत अथवा कार्य कर चुके शिक्षकों को नियमित करने की हरसंभव रास्ता तलाश किया जा रहा है। मंत्रिमंडल की उप समिति की बुधवार को आयोजित बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। यह तय किया गया है कि आचार संहिता लागू होने से पहले एलटी शिक्षकों के तकरीबन चार हजार रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस संबंध में महकमे के अफसरों को निर्देश दिए गए हैं। यही नहीं, विशिष्ट बीटीसी अगले सत्र में जारी रखने के मामले में भी सरकार के हाथ कामयाबी लगी है। एनसीटीई ने विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण को हरी झंडी दिखा दी है। लिहाजा उप समिति ने महकमे से विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण जल्द शुरू करने को कहा है। राज्य के प्राइमरी स्कूलों में कार्यरत करीब चार हजार शिक्षा मित्रों को स्थायी करने पर सहमति बनी है। एनसीटीई ने इस मामले में भी अनुकूल रुख दिखाया है। उप समिति ने पहले चरण में शिक्षा मित्र के तौर पर कार्यरत प्रशिक्षित स्नातकों को समायोजित करने को हरी झंडी दिखाई है। विश्र्वस्त सूत्रों के मुताबिक शिक्षा मित्रों को स्थायीकरण के लिए जरूरी शैक्षिक योग्यता पूरी करने का मौका दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त शिक्षा आचार्य-अनुदेशकों, पत्राचार बीटीसी, व्यावसायिक शिक्षकों के मामले में भी अनुकूल रवैया अपनाया गया है। महकमे को हफ्तेभर में उक्त शिक्षकों के समायोजन का रास्ता तैयार करने को कहा गया है। बीटीसी की 1625 सीटों पर प्रशिक्षण शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। अगले सत्र की शुरुआत में यह प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा। बैठक में उप समिति के अध्यक्ष कृषि मंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, शिक्षा मंत्री मदन कौशिक व पर्यटन मंत्री प्रकाश पंत मौजूद थे। उप समिति के फैसलों के बाद उक्त मामलों में जल्द शासनादेश जारी होने की उम्मीद है।
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