ITBP में job करती है ममता
दून की रहने वाली ममता उनियाल आईटीबीपी में जॉब करती है. पिछले तीन सालों में ममता की जिंदगी में ऐसा भूचाल आया कि चौतरफा मायूसी और नाउम्मीदी के सिवा कुछ नजर ही नहीं आ रहा था. उसका खुद का जीवन दांव पर लग गया था. उनकी एक किडनी फेल हो चुकी थी और दूसरी पर भी खतरा मंडरा रहा था. लेकिन, ईश्वर को दो बेटियों और एक बेटे को अपनी कोख से जन्म देने वाली ममता से जिंदगी छीन लेना मंजूर नहीं था, सो उसने ममता की बड़ी बेटी कविता उनियाल को खड़ा कर दिया. कविता ने मां की परेशानी को समझने के बाद खुद ही किडनी मां को डोनेट करने का फैसला लिया. कविता ने किया बालिग होने का इंतजार कविता की मां पर जिस वक्त दु:खों का काला साया पड़ा उस वक्त उसकी उम्र सिर्फ 15 साल थी. कानून के मुताबिक वह अपनी मां की जिंदगी बचाने के लिए एक किडनी भी डोनेट नहीं कर सकती थी. लेकिन कविता ने हौसला नहीं खोया और तय किया कि 18 साल की हो जाने पर वह मां को अपनी किडनी डोनेट कर देगी. मौका आया, घड़ी आई और गत 28 फरवरी को जौलीग्रांट स्थित हिमालयन हास्पिटल में कविता की एक किडनी उसकी मां को ट्रांसप्लांट कर दी गई. कविता के साहस से इस परिवार में एक बार फिर से खुशियां लौट आई हैं. अब दोनों पूरी तरह से स्वस्थ हैं. पापा को है पैरालिसिस ममता का भाई संजू नैथानी बताता है कि ममता उनियाल और उनकी बेटी कविता के जीवन में वर्षो पहले से ही अंधियारा छा गया था. कविता के पापा आईटीबीपी में तैनात थे, एक अच्छे स्पोर्ट्समैन थे. पर अचानक एक दिन वे पैरालिसिस जैसी डिजीज की जकड़ में आ गए. उस वक्त कविता महज पांच साल की थी. बस उसके बाद कुदरत ने कविता के पापा को घर बैठने के लिए मजबूर कर दिया. कुछ दिनों बाद कविता की माता ममता उनियाल ने परिवार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पति के स्थान पर आईटीबीपी में नौकरी ज्वाइन की. पढ़ने में एक्सीलेंट रही है कविता मां को नया जीवन देने के मोर्चे पर सफल साबित
Great
ReplyDeleteनौव्नी हो तो इनी
Jai ho matr bhakti
jai uttarakhand .
बेटी हो तो ऐसी
ReplyDeletehello dear betiya aaj bhi uttrakhand men piyar aur mhohabhat hai esi hi misaal kayam ki par shabi uttrakandni bhai aur behno ko aap naaj hai uttam rawat france
ReplyDeleteभगवान ऐसी बेटियों को जनम देता रहे.......माँ की ममता का मतलब हर इंसान इन बेटियों से समझता रहे......
ReplyDeletewe salute u sister about ur this kind of courage u have shown . god bless u .
ReplyDeleteby kiran kumar bedwal
wow ..beti ho to kavita jaisi beti ho, sabas bete kavita..i m proud of u
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