Saturday, 14 February 2009

कनु भलु लगदु मेरू मुलक.., कुमाऊंनी गीत हाय काखड़ी झिल मां..

सुरों ने बिखेरी लोकरंग की छटा देहरादून: लियो दि एट्थ एंड राइजिंग सन फिल्म्स व पर्वतीय बिगुल संस्था की ओर से आयोजित सांस्कृतिक संध्या में आवाज पंजाब दी फेम मनु वंदना ने सुरों का जादू बिखेरा। वंदना ने गढ़वाली, पंजाबी गानों के जरिए लोकरंग की छटा बिखेरी। ं शुक्रवार को नगर निगम प्रेक्षागृह में आयोजित संध्या का उद्घाटन संस्कृति निदेशक सुव‌र्द्धन ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस दौरान मनु वंदना ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की शुरुआत गणेश वंदना दैणा हुयां खोली का गणेशा.. से की। इसके बाद उन्होंने गढ़वाली गीत रौंत्याली लगदी मेरी जनम भूमि.., कनु भलु लगदु मेरू मुलक.., कुमाऊंनी गीत हाय काखड़ी झिल मां.. की प्रस्तुति देकर पहाड़ की सांस्कृतिक विरासत की झलकियां पेश की। कार्यक्रम में प्रदीप भंडारी, गुरदीप सिंह टोनी, त्रिलोक चौहान, बलराज नेगी, पन्नू गुसाई उपस्थित रहे।

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