6 jan -फरवरी 2009 में होने वाले होने वाले सैफ विंटर गेम्स को लेकर कुदरत ने रजामंदी दे दी है. शुक्रवार व शनिवार को औली व आसपास के इलाकों में हुई जमकर बर्फबारी ने बर्फ की कमी को काफी हद तक पूरा कर दिया है. इतना ही नहीं मौसम विभाग इस इलाके में अभी और बर्फबारी की पुष्टि कर रहा है. ऐसा हुआ तो सैफ विंटर गेम्स के लिए कृत्रिम बर्फ जुटाने में लगे शासन की परेशानी पूरी तरह से खत्म हो जाएगी. सैफ विंटर गेम्स समय पर हों, इसके लिए गेंद अब पूरी तरह से शासन के पाले में खिसक चुकी है. तैयारियों को लेकर उठ रहे सवालों के जवाब अब शासन व सैफ विंटर गेम्स फेडरेशन के सदस्यों को ही देने हैं. सफेद हुई चोटियां शुक्रवार की शाम पहाड़ के लिए उमंग का संदेश लेकर आई. हल्की बारिश के बाद सात हजार फुट की चोटियां तक बर्फ की चादर से सफेद हो गई. उत्तरकाशी के हरकीदून, शनिवार को चमोली, टिहरी, रुद्रप्रयाग जनपदों में सुरकंडा, केदारघाटी, त्रिजुगीनारायण, हरकीदून, तुंगनाथ, गौरीकुंड, बदरीनाथ, हेमकुंड, औली, वेदनी, चोपता, रुद्रनाथ की पहाड़ियों पर खूब बर्फ गिरी. बढ़ गई उम्मीदें एक सप्ताह पूर्व ही दून व औली का दौरा करने वाले विंटर गेम फेडरेशन आफ इंडिया के अध्यक्ष एसएस पांगती के मुताबिक देहरादून में आइस स्केटिंग रिंग को समय पर तैयार कराने की कोशिश की जा रही है, जो जनवरी मध्य तक पूरा हो जाएगा. इसके अलावा औली में हुई बर्फबारी ने राह काफी आसान कर दी है.
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