Sunday, 25 January 2009

राजधानी पर आमराय की कोशिश: सीएम

25 jan-श्रीनगर गढ़वाल, : प्रदेश के मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी ने केन्द्र की मनमोहन सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि बढ़ती आतंकवादी घटनाएं और बेकाबू महंगाई से अब आम जनता भी महसूस कर रही है कि केन्द्र सरकार सही ढंग से शासन चलाने में सक्षम नहीं है। श्रीनगर में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री खंडूड़ी ने कहा कि खाद्यान्न, रसोई गैस आवंटन सहित उद्योग आदि क्षेत्रों में भी केन्द्र द्वारा प्रदेश के साथ भेदभावपूर्ण नीति अपनायी जा रही है। 18 हजार टन के सापेक्ष केवल 1500 टन खाद्यान्न कोटा केन्द्र ने दिया। राजधानी के मुद्दे पर मुख्यमंत्री खंडूड़ी ने कहा कि दीक्षित आयोग की रिपोर्ट का गहन अध्ययन कर उस पर मंत्रिमंडल में विचार किया जाएगा। इस मुद्दे पर आम राय बनाने का प्रयास भी सरकार करेगी। अलकनंदा नदी पर श्रीनगर से चौरास के लिए पुल के निर्माण कार्य में हुए भारी विलंब पर नाराजगी व्यक्त करते उन्होंने कहा कि केन्द्रीय भूतल परिवहन मंत्री रहते हुए इस पुल निर्माण के लिए उन्होंने पूरी धनराशि तत्कालीन प्रदेश सरकार को उपलब्ध भी करा दी थी। प्रदेश सरकार का अब प्रयास है कि पुल निर्माण शीघ्र हो जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि संयुक्त अस्पताल की कमियों को दूर कर इसका उच्चीकरण भी किया जाएगा। योग प्रशिक्षितों के आंदोलन के संदर्भ में उन्होंने कहा कि उनके चार-पांच सदस्यों का प्रतिनिधि मंडल देहरादून में उनसे वार्ता कर सकता है। विश्र्वविद्यालय अंशकालिक शिक्षकों के लिए भी हर संभव कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर उद्योग में 70 प्रतिशत नियुक्तियां स्थानीय लोगों को देना सरकार ने सुनिश्चित कर दिया है। अब तक विभिन्न उद्योगों में 60 से 70 हजार नियुक्तियां हो चुकी हैं। दो दिनों तक श्रीनगर में भाजपा की चली बैठक के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सीधा संवाद और विचार कर कार्यकर्ताओं के सुझाव लेते उन्हें सुझाव दिए भी गए। लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर रणनीति पर भी विचार किया गया। श्रीनगर रोडवेज डिपो पिछले पांच सालों में संचालित क्यों नहीं हो पाया इस पर भी वह विचार कर कार्यवाही करेंगे।