Wednesday, 21 January 2009

उत्तराखड़ की धरती पर उतरा पहला बोइंग विमान

हवाई अड्डे पर उतरा बड़ा विमान २१ऱjan--उद्योगपति बिरला द्वारा सत्तर के दशक में बनाए गए जौलीग्रांट हवाई अड्डे का अब कायाकल्प हो चुका है। विस्तारीकरण के बाद नए बने रनवे पर अब बड़े विमान भी उतरने लगे हैं। नियमित उड़ानों के बाद किंगफिशर हवाई अड्डे से बड़े विमानों की सेवाएं देने पर विचार कर रही है। मंगलवार को किंगफिशर का 66 सीटर विमान जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर दिल्ली से 40 यात्रियों को लेकर पहुंचा। कंपनी के एयरपोर्ट मैनेजर श्याम शर्मा ने बताया कि अभी कुछ दिन ट्रायल पर 66 सीटर इस विमान को चलाया जाएगा। कंपनी का 48 सीटर विमान अपनी सेवाएं दे रहा है। सहायक मैनेजर मोहित नेगी ने बताया कि दिल्ली से जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर यह विमान दोपहर करीब डेढ़ बजे 40 यात्रियों को लेकर पहुंचा। बहरहाल, सत्तर के दशक में उद्योगपति बिरला द्वारा बनाए गए हवाई अड्डे का अब कायाकल्प हो चुका है। सरकार के अधीन आने के बाद शुरुआती दौर में कभी-कभार हवाई जहाजों के उतरने के बाद अब नियमित सेवाएं शुरू हो चुकी हैं। गत वर्ष विस्तारीकरण के बाद नए बने सात हजार फीट लंबे रनवे पर उत्तराखंड के इतिहास में सबसे बड़े बोइंग विमान ने हवाई अड्डे की धरती को चूमा था। विदेशी मेहमानों को लेकर दिल्ली से जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर उतरने वाला 737 सीरीज का यह बोइंग विमान उत्तराखंड की धरती पर उतरने वाला सबसे पहला यात्री विमान रहा।

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