Monday, 2 February 2009
सवारियां ढूढेंगे एजेंट
2 feb-
देहरादून, : पर्वतीय मार्गो पर घाटे से परेशान परिवहन निगम ने इससे उबरने के लिए एक नायाब तरीका निकाला है। निगम ने घाटे को फायदे में बदलने के लिए कमीशन एजेंट नियुक्त करने का निर्णय लिया है। इन एजेंटों का कार्य निगम के लिए सवारियों की व्यवस्था करना होगा। पहले चरण में देहरादून, टनकपुर और हल्द्वानी क्षेत्र में इनकी नियुक्ति की जाएगी। शुरुआत में यह व्यवस्था दो-दो मार्गो पर की जाएगी। सकारात्मक परिणाम आने पर अन्य रूट पर भी यह व्यवस्था की जाएगी। साथ ही स्थानीय बेरोजगारों को एजेंट को वरीयता दी जाएगी। परिवहन निगम के बेड़े में वर्तमान में तकरीबन एक हजार बसें हैं। इनमें से सूबे के विभिन्न मार्गो पर प्रतिदिन साढ़े आठ सौ बसों का नियमित संचालन होता है। साथ ही चालीस फीसदी बसें दिल्ली रूट पर संचालित होती हैं। यही निगम का सबसे मुनाफे वाले रूट भी है। दरअसल, अधिकांश पर्वतीय मार्गो पर सवारियां न मिलने से निगम लगातार घाटा उठा रहा है। इसके चलते पूर्व में इन मार्गो पर बसों का संचालन बंद करने की भी तैयारी कर ली गई थी। लेकिन, मार्गो से बसें हटाना निगम के लिए आसान नहीं है। इसे देखते हुए अब इन मार्गो पर सवारियों जुटाने का काम एजेंटों के जिम्मे सौंपने का निर्णय लिया गया है। ये एजेंट विभिन्न स्थानों पर निगम की बसों के लिए सवारियों की बुकिंग करेंगे। इसकी एवज में परिवहन निगम उन्हें पांच फीसदी कमीशन देगा। परिवहन निगम के उप महाप्रबंधक (संचालन) दीपक जैन ने बताया कि निगम के तीनों ही मंडलों में एजेंटों की नियुक्ति की जाएगी। इसमें स्थानीय बेरोजगारों को प्राथमिकता दी जाएगी। यह व्यवस्था घाटे वाले रूटों के लिए की गई है। इन एजेंटों का चयन संबंधित क्षेत्रीय प्रबंधक करेंगे। शुरुआत में इन क्षेत्रों के सबसे ज्यादा घाटे वाले दो-दो रूटों पर एजेंट नियुक्त किए जाएंगे।