Thursday, 5 February 2009

33 दिन तक उत्तराखड्डड के कोने-कोने में भ्रमण करेगी देवता की जाख (यात्रा)

हर कोई सोचता है कि उस पर कोई आपदा नहीं आएगी, लेकिन जब आपदा आती है तो सड्डभलने तक का मौका नहीं मिलता। इसीलिए बुधवार से आपदा देवता उत्तराखड्डड भ्रमण पर निकला है। देवता का एक ही आदेश-निर्देश है जागरूक रहो, आपदाओं से बचने के तौर-तरीकों को जानो-समझो और स्वयड्ड को सुरक्षित रखो। देवता की जाख (यात्रा) के सड्डयोजक महेश भट्ट ने मड्डगलवार को हिड्डदी भवन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहाड़ में देवता न्याय करते हैं, विवाह कराते हैं, आदेश देते हैं, गलत काम करने पर दड्डड देते हैं, समाधान बताते हैं, दु:ख-दर्द दूर करते हैं, यानि देवताओं की पहाड़ में सदैव एक निर्णायक भूमिका रही है। इसी प्रेरणा से इस अभिनव अभियान का जन्म हुआ। आपदा देवता की जाख इसी विचार की उपज है। श्री भट्ट ने बताया कि देवता की जाख राजधानी से शुरू होकर 33 दिन तक उत्तराखड्डड के कोने-कोने में भ्रमण कर लोगों को दैवीय आपदाओं से बचाव के उपाय सुझाएगी। इस दौरान स्कूल व गाड्डवों में विद्यार्थियों को प्रेरणादायी फिल्म डाड्डडी-काड्डठियों की गोद मा भी दिखाई जाएगी। साथ जागरूकता हेतु आपदा प्रबड्डधन से सड्डबड्डधित पुस्तक का नि:शुल्क वितरण और नाटकों का मड्डचन किया जाएगा। यात्रा का उद्देश्य लोगों में कौतुहल के साथ ही जिज्ञासा एवड्ड आस्था का भाव जगाना है।