Sunday, 1 February 2009
एसटीएच का ईसीएचएस से करार
1 feb-
हल्द्वानी: ईसीएचएस (एक्स आर्मीमैन कन्ट्रीब्यूटरी हेल्थ स्कीम) का शहर के दो बड़े अस्पतालों से करार हो गया है। जिन अस्पतालों से करार हुआ है उनमें डा. सुशीला तिवारी स्मारक वन चिकित्सालय ट्रस्ट और कृष्णा अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर हैं। शनिवार को एएससी कमान आफिस में एमओयू साइन होने के बाद से कुमाऊं के ढाई लाख पूर्व सैनिकों व आश्रितों को बेहतर उपचार की सुविधा उपलब्ध होगी। कृष्णा अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर पहले से ही ईसीएचएस से जुड़ा था। इसमें हड्डी एवं जोड़ रोग विभाग अलग था। सेना के उच्चाधिकारियों द्वारा इसे उपयुक्त समझा। हड्डी से संबंधित रोगियों के उपचार के लिये सेना से एमओयू साइन हो गया। इसके अलावा एसटीएच व यूएफएचटी मेडिकल कालेज का भी ईसीएचएस से करार हो गया। कुमाऊं के पूर्व सैनिक व आश्रितों को एसटीएच की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। इसके चलते पूर्व सैनिकों को एमआरआई, सीटी स्कैन, डायलिसिस, कीमोथेरेपी जैसी अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधायें उपलब्ध हो सकेंगी। एएससी के स्टेशन कमांडर कर्नल एनके शर्मा व केएचआरसी की ओर से डा. जेएस खुराना ने एमओयू पर हस्ताक्षर किये। एसटीएच की ओर से चिकित्सा अधीक्षक डा. बलबीर छाबड़ा ने दस्तखत किये। इस मौके पर कर्नल एनके शर्मा ने कहा कि चिकित्सालयों में बेहतर चिकित्सा सुविधायें उपलब्ध हैं। दोनों अस्पतालों के सेना से जुड़ जाने से पूर्व सैनिकों को यहां भी चिकित्सा सुविधाओं का लाभ मिलेगा। ट्रस्ट सचिव मोनिष मलिक ने कहा कि ईसीएचएस से करार एक नया अध्याय है। एक छत के नीचे ही पूर्व सैनिक को सभी चिकित्सा सुविधायें उपलब्ध होंगी। केएचआरसी के डा. खुराना ने कहा कि अस्पताल में अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधायें मुहैया करायी जा रही हैं। हड्डियों से संबंधित रोगों के उच्चस्तरीय तकनीक से आपरेशन हो रहे हैं। संक्रमण से रहित नई तकनीक का आपरेशन थियेटर बनाया गया है। इस दौरान ईसीएचएस प्रभारी लेफ्टिनेंट कर्नल वीके पंत, लेफ्टिनेंट कर्नल वीएस मेहरा, मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो. एनएस ज्याला, संपत्ति अधिकारी पारितोष पंत, एके पटनायक उपस्थित थे।