Sunday, 1 February 2009

दून के दो वैज्ञानिकों को अर्थ हीरोज सम्मान

देहरादून: भारतीय वन्य जीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) के दो वैज्ञानिकों डॉ. वाईवी झाला और कमर कुरैशी को वन्य जीव सेवा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए अर्थ हीरोज-2008 पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड और वन्य जीवन पर आधारित सेंचुरी एशिया पत्रिका संयुक्त रूप से ये पुरस्कार प्रदान करते हैं। उनके अलावा सरिस्का में बाघों को फिर से स्थापित करने वाली टीम को भी अर्थ-हीरोज पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। डॉ. यादवेंद्र वी. झाला दून स्थित डब्ल्यूआईआई में एनिमल इकोलाजी एंड कंजर्वेशन बायोलाजी विभाग के अध्यक्ष हैं। वर्जीनिया पॉलीटेक्निक इंस्टीट्यूट ऑफ स्टेट यूनिवर्सिटी से वाइल्ड लाइफ साइंस में पीएचडी करने के बाद उन्होंने वाशिंगटन डीसी के स्मिथ सोनियन इंस्टीट्यूट में पढ़ाया और 1993 में वह डब्ल्यूआईआई से जुड़े। वैज्ञानिक कमर कुरैशी लैंडस्केप प्लानिंग एंड मैनेजमेंट विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक हैं। अलीगढ़ विवि से वाइल्ड लाइफ में एमफिल करने के बाद 1991 से वह डब्ल्यूआईआई में कार्यरत हैं। वह यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन और नेचुरल सोर्स इकोलॉजी यूनिट अमेरिका के विजिटिंग प्रोफेसर तो हैं ही आईयूसीएन व एसएससी के हिरण विशेषज्ञ समूह के सदस्य भी हैं। दोनों वैज्ञानिकों को यह पुरस्कार देश में बाघों की तादाद की असली तस्वीर उजागर करने के लिए दिया गया है।