1 feb-
ऋषिकेश, हिंदुओं के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल गंगोत्री और बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तीर्थ पुरोहितों ने घोषित कर दी हैं। गंगोत्री के कपाट अक्षय तृतीया के दिन 27 अप्रैल और बदरीनाथ धाम के कपाट 1 मई को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खुल जाएंगे। उत्तराखंड के चारों धाम में प्रमुख बद्री धाम के कपाट एक मई को प्रात: नौ बजकर 10 मिनट पर खुलेंगे। 17 अप्रैल को गाडूघड़ी राजमहल नरेंद्रनगर से बदरीनाथ के लिए रवाना होगी। परंपरानुसार बसंत पंचमी के दिन राजमहल में पट खुलने का मुहूर्त राज पुरोहित ने निकाला। शनिवार को बसंत पंचमी के रोज राजमहल में महाराजा मनुजेंद्र शाह की उपस्थिति में राज पुरोहित शिव प्रसाद जोशी ने विधिवत पूजा-अर्चना के बाद पंचांग से बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने का मुहूर्त निकाला। पंचांग के अनुसार, एक मई दिन शुक्रवार को प्रात: नौ बजकर 10 मिनट पर बदरी धाम के कपाट विधि-विधान से खुलेंगे। बद्री भगवान के अभिषेक के लिए तिलों का तेल राजमहल में महारानी व सुहागिनों द्वारा निकाला जाएगा। महारानी द्वारा गाडूघड़ी में तेल भरकर डिमर पंचायत को सौंपा जाएगा। मुहूर्त के अनुसार 17 अप्रैल को गाडूघड़ी राजमहल से बद्री धाम के लिए रवाना होगी। इस दौरान राजमहल में महारानी माला राजलक्ष्मी, बदरी-केदार मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी वीके मिश्रा, धर्माधिकारी जगदंबा प्रसाद सती, डिमर पंचायत के अध्यक्ष देवेश्वर डिमरी, मंदिर समिति की उपाध्यक्ष दर्शनी रावत आदि उपस्थित थे।