Saturday, 31 January 2009
Bindra to set up five-star hotel in Dehradun
उत्तराखंड में बनेगा पहला फाइव स्टार होटल
झूठा साबित हुआ शुद्ध पेयजल मुहैया कराने का दावा
फिर सुलगे जंगल
खैर व शीशम पर भी चलेगी आरी
मेडिकल कालेज: जल्द ही जुटेगा साजो-सामान
पूर्व सैनिकों के सब्र का बांध टूटा
राजकीय कार्यक्रमों में नहीं बजाएंगे ढोल
दिल्ली में दिखाया उत्तराखँड ने दम
३१ jan-
देहरादून: गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में प्रदेश की एनसीसी टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। सत्रह डायरेक्टरेट में उत्तराखंड ग्यारवें स्थान पर रहा। प्रदेश की शालिनी नौटियाल ने जहां परेड का नेतृत्व किया, वहीं फिलोमीना प्रदेश से सर्वश्रेष्ठ कैडेट के रूप में चुनी गई। इसके अलावा प्रदेश के छह कैडेट विभिन्न प्रतियोगिताओं के लिए चुने गए। गणतंत्र दिवस आयोजन में भाग लेने दिल्ली गया एनसीसी कैडेट्स का 84 सदस्यीय ग्रुप गुरुवार देर रात लौट आया। शुक्रवार को ये कैडेट्स एनसीसी के कंबाइंड अटैचमेंट (सीएटी) कैंप में शामिल हुए। दिल्ली गए ग्रुप के कमांडर कर्नल आरएस सिरोही ने दिल्ली प्रवास के अनुभव बताए। उन्होंने कहा कि सबसे छोटी डायरेक्टरेट होने के बावजूद उत्तराखंड के कैडेट्स ने हर प्रतियोगिता में दमदार उपस्थिति दर्ज कराई। परेड में प्रदेश से 14 बालिका और 7 बालक कैडेट्स ने भाग लिया। बालिका वर्ग में परेड का नेतृत्व प्रदेश की शालिनी नौटियाल ने किया। गार्ड आफ आनर में आर्मी ग्रुप का नेतृत्व प्रदेश के हेमंत रावत ने किया। कर्नल सिरोही ने बताया कि पैरासेलिंग में कविता बिष्ट व अमित नेगी, स्लीदरिंग में चांदनी व आकाशदीप, कमेंटरी में हिमांशु डिमरी व नितिन थापा, फ्लैग एरिया में संदीप पांडे ने और इसके अलावा कला, ममता, नैना बाली आदि कैडेट्स ने विभिन्न आयोजनों में दमदार प्रदर्शन किया।
अश्लील सीडी पर चमोली में बवाल
: अनफिट को परीक्षा के बुलावे
Friday, 30 January 2009
31 को तय होगी बदरीनाथ के कपाट खुलने की तिथि
21 बर्खास्त शिक्षक होंगे बहाल
नाबार्ड से राज्य को 236 करोड़ मंजूर
पावर सेक्टर : एडीबी से 350 करोड़ का समझौता
नहीं मिला पहाड़ पर बड़े उद्योग का प्रस्ताव
जल्द होगा रेल लाइनों का सर्वे
भाजपा को मंत्रियों में दिखी जीत की ताकत
Thursday, 29 January 2009
अमेरिका गुस्सा किलै आई त्वै..
सात सदस्यीय प्रारूप समिति का गठन
एलटी ग्रेड में तैनाती पर रोक
जीवंत होगी उत्तराखण्ड की संस्कृति
एसटीएच के 500 मी. दूर तक नहीं होंगे आंदोलन
अब बदला हुआ दिखेगा हल्द्वानी
22 निरीक्षक प्रोन्नत, 12 उपाधीक्षकों के तबादले
औद्योगिक पैकेज अवधि बढ़ाएं
29 jan- देहरादून: 13वें केंद्रीय वित्त आयोग के समक्ष विभिन्न उद्यमी संगठनों ने उत्तराखंड के लिए घोषित केंद्र के औद्योगिक पैकेज की समय सीमा तीन साल बढ़ाने का मुद्दा उठाया। साथ ही थर्मल पावर इकाई की स्थापना में केंद्र से विशेष मदद की मांग रखी। औद्योगिक संगठनों ने कहा कि केंद्र ने औद्योगिक पैकेज की अवधि घटा दी है। नए पर्वतीय राज्य के लिए जरूरी है कि इसकी अवधि कम से कम 2013 तक की जाए। रेलवे व हवाई संपर्क की सुविधा का भी विस्तार होना चाहिए। आयोग को बताया गया कि केंद्रीय उत्पाद कर कम होने से अब उद्योगों के लिए अन्य राज्यों के मुकाबले उत्तराखंड की छूट बहुत लाभकारी नहीं रही है। ऐसे में इस राज्य के लिए विशेष प्रावधान होना चाहिए। रोजगार की तलाश में पहाड़ से पलायन रोकने के लिए विशेष मदद और पर्वतीय महिलाओं को हथकरघा के माइक्रो उद्यम विस्तार को भी अधिक मदद मिलनी चाहिए।
इनके लिए भी 1775 करोड़ 1. जिलों में औद्योगिक क्षेत्र-100 करोड़ 2. पर्वतीय विकास नीति- 100 करोड़ 3. श्रमिक आवास- 50 करोड़ 3. कूड़ा निस्तारण- 50 करोड़ 4. एग्रो उद्योग, वेयर हाउस-100 करोड़ 5. कंटेनर डिपो, आउटलेट-100 करोड़ 6. ट्रेनिंग सेंटर, इंस्टीट्यूट- 100 करोड़ 7. शोध, विकास प्रयोगशाला- 125 करोड़ 8. एक्सप्रेस हाईवे- 500 करोड़ 9. रेल कनेक्टिविटी- 200 करोड़ 10. फ्लाई ओवर- 200 करोड़ 11. टैक्स विभाग ई-गवर्नेस-100 करोड़ 12. वर्षा जल संग्रह- 50 करोड़
कांग्रेस के उत्तराखंड संसदीय बोर्ड का गठन
6 को मिला प्राइड आफ उत्तराखंड
पहाड़ी लुक में नजर आएंगे कैंट के हवाघर
उत्तराखंड का 42 हजार करोड़ का दावा
जनरल ने गिनाईं जरूरतें, वित्त आयोग ने दी नसीहत
Wednesday, 28 January 2009
कम्प्यूटर शिक्षकों की नियुक्ति का प्रस्ताव अधर में
देशभक्ति के नारों और गीतों से गुंजायमान हुआ शहर
झांकियों ने मोहा मन
12 मार्च से 6 जून तक चलेगा पूर्णागिरि मेला
अन्तर्राष्ट्रीय झूला पुल नेपाल की ओर बंद कराया
खत्म होगा दोहरा शुल्क
इण्डेन का नया प्लांट शुरू, क्षमता बढ़ी
देवस्थल में दूरबीन स्थापित करने का रास्ता साफ
28 jan- नैनीताल: एरीज द्वारा देवस्थल में लगने जा रही 3.6 मीटर व्यास की दूरबीन तारों के वर्णक्रम के अध्ययन के लिए देश की सबसे बढ़ी अत्याधुनिक दूरबीन होगी। बेल्जियम व आस्ट्रेलिया समेत भारत के वैज्ञानिकों की अंतर्राष्ट्रीय समिति ने दूरबीन का डिजाइन पास कर दिया है। दूरबीन तैयार करने का कार्य बेल्जियम में चल रहा है। दूरबीन स्थापित करने का निर्माण कार्य की देखरेख कर रहे आर्य भट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) के खगोल वैज्ञानिक डा.बीबी सनवाल के अनुसार हमारी आकाश गंगा मिल्की-वे के अलावा वाह्य आकाश गंगा के सूक्ष्म अध्ययन के लिए यह दूरबीन बेहद महत्वपूर्ण है जो देश में अभी तक अपने तरह की सबसे बड़ी दूरबीन होगी। तकनीक के लिहाज से भी देश की पहली दूरबीन होगी। इस दूरबीन के निर्माण में 120 करोड़ रुपए खर्च होंगे, जबकि बेल्जियम सरकार भी इस पर दो मिलियन यूरो खर्च कर रही है। दूरबीन का निर्माण कार्य बेल्जियम में चल रहा है। इसके लैंस का निर्माण कार्य मास्को में किया जा रहा है। दूरबीन का डिजाइन अंतर्राष्ट्रीय समिति ने पिछले दिनों पास कर दिया है। डिजायन पास करने वाली समिति में बेल्जियम के 9, आस्ट्रेलिया के एक, भारत के सात वैज्ञानिक शामिल थे। डा.सनवाल ने बताया कि मास्को की एलजोज नामक कम्पनी मिरर बनाने का कार्य कर रही है। दूरबीन स्थापित किए जाने के लिए पिछले काफी समय से कार्य किया जा रहा है। खगोलीय दृष्टि से महत्वपूर्ण देवस्थल नामक क्षेत्र में यह दूरबीन लगाई जानी है। यहां इसके लिए बुनियादी ढांचे का कार्य जोरों पर चल रहा है। विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो चुका है। दूरबीन के निर्माण के लिए तकनीकी विशेषज्ञों समेत वैज्ञानिकों की पूरी टीम जुटी हुई है। वर्ष 2012 में दूरबीन पूर्ण से स्थापित की जा सकेगी।
गबन का आरोपी बैंक प्रबंधक केरल से गिरफ्तार
बर्खास्तगी: राज्य सरकार अलर्ट, कमीशन सख्त
ढाका में चमका उत्तराखंड
लंढौरवासियों के मकानों की पुनर्निर्माण संबंधी दिक्कतें खत्म
अब डिग्री भी केंद्रीय विवि की ही मिलेगी
अब आसानी से बिछेगा सड़कों का जाल
Tuesday, 27 January 2009
जय गणतंत्र जय लोकतंत्र
राज्य को पहली स्वर्णिम सफलता
हिमालय बचाओ अभियान में शामिल लोगों का है सम्मान
वन क्षेत्राधिकारी मर्तोलिया को राज्य वानिकी पुरस्कार
Sunday, 25 January 2009
पूर्णागिरि ट्रस्ट को विधेयक लाने पर विचार नहीं: पंत
खिलाडि़यों को प्रोत्साहित करेगी सरकार
राजधानी पर आमराय की कोशिश: सीएम
25 jan-श्रीनगर गढ़वाल, : प्रदेश के मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी ने केन्द्र की मनमोहन सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि बढ़ती आतंकवादी घटनाएं और बेकाबू महंगाई से अब आम जनता भी महसूस कर रही है कि केन्द्र सरकार सही ढंग से शासन चलाने में सक्षम नहीं है। श्रीनगर में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री खंडूड़ी ने कहा कि खाद्यान्न, रसोई गैस आवंटन सहित उद्योग आदि क्षेत्रों में भी केन्द्र द्वारा प्रदेश के साथ भेदभावपूर्ण नीति अपनायी जा रही है। 18 हजार टन के सापेक्ष केवल 1500 टन खाद्यान्न कोटा केन्द्र ने दिया। राजधानी के मुद्दे पर मुख्यमंत्री खंडूड़ी ने कहा कि दीक्षित आयोग की रिपोर्ट का गहन अध्ययन कर उस पर मंत्रिमंडल में विचार किया जाएगा। इस मुद्दे पर आम राय बनाने का प्रयास भी सरकार करेगी। अलकनंदा नदी पर श्रीनगर से चौरास के लिए पुल के निर्माण कार्य में हुए भारी विलंब पर नाराजगी व्यक्त करते उन्होंने कहा कि केन्द्रीय भूतल परिवहन मंत्री रहते हुए इस पुल निर्माण के लिए उन्होंने पूरी धनराशि तत्कालीन प्रदेश सरकार को उपलब्ध भी करा दी थी। प्रदेश सरकार का अब प्रयास है कि पुल निर्माण शीघ्र हो जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि संयुक्त अस्पताल की कमियों को दूर कर इसका उच्चीकरण भी किया जाएगा। योग प्रशिक्षितों के आंदोलन के संदर्भ में उन्होंने कहा कि उनके चार-पांच सदस्यों का प्रतिनिधि मंडल देहरादून में उनसे वार्ता कर सकता है। विश्र्वविद्यालय अंशकालिक शिक्षकों के लिए भी हर संभव कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर उद्योग में 70 प्रतिशत नियुक्तियां स्थानीय लोगों को देना सरकार ने सुनिश्चित कर दिया है। अब तक विभिन्न उद्योगों में 60 से 70 हजार नियुक्तियां हो चुकी हैं। दो दिनों तक श्रीनगर में भाजपा की चली बैठक के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सीधा संवाद और विचार कर कार्यकर्ताओं के सुझाव लेते उन्हें सुझाव दिए भी गए। लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर रणनीति पर भी विचार किया गया। श्रीनगर रोडवेज डिपो पिछले पांच सालों में संचालित क्यों नहीं हो पाया इस पर भी वह विचार कर कार्यवाही करेंगे।
सभी पांच सीटों पर चुनाव लड़ेगा उक्रांद
पहाड़ पर रोकेगें पानी और जवानी -खंडूड़ी
25 jan-देहरादून, : पहाड़ पर पानी और जवानी के न रुकने की चिंता खासी पुरानी है। माना जा रहा है कि पर्वतीय इलाकों में उद्योगों का स्थापना करके इस समस्या पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है। अब सरकार ने इस दिशा में काम तेज किया है। इसकी कमान खुद मुख्य मंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी ने उठाई है। रोजगार की तलाश में युवाओं का पलायन इस राज्य की एक बड़ी समस्या है। साथ ही पहाड़ों ने नीचे आ रहे पानी का भी सही उपयोग नहीं हो पा रहा है। ऐसे में पानी और जवानी को पहाड़ पर ही रोकने की बात अर्से से हो रही है पर किसी कारगर उपाय के अभाव में यह समस्या कम होने की बजाय और बढ़ती जा रही है। अब राज्य सरकार ने इस दिशा में योजनाबद्ध ढंग से काम शुरू किया है। सरकार का मानना है कि पर्वतीय इलाकों में जल विद्युत परियोजनाओं के जरिए पानी को रोका जा सकता है। इसके लिए सरकार ने नई नीति भी बनाई है। माना जा रहा है कि अगर पहाड़ पर उद्योग होंगे तो युवाओं को घर में ही रोजगार मिल सकेगा। इसी कारण पर्वतीय इलाकों में उद्योग स्थापना के लिए खास पैकेज भी राज्य सरकार ने घोषित किया है। इसके बाद भी सरकार को इसके अपेक्षित परिणाम नहीं मिल सके। अब मुख्य मंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी ने खुद इसकी कमान संभाली है। पिछले दिनों उनका मंुबई दौरा इसी का नतीजा था। सूत्रों ने बताया कि मंुबई में निवेशकों के साथ बातचीत में सीएम ने बताया कि सूबे में उद्योगों की स्थापना के क्या अतिरिक्त फायदे हैं। यहां उत्तर भारतीय राज्यों के समान केंद्र का पैकेज तो है ही उत्तराखंड राज्य अपनी तरफ से भी तमाम सुविधाएं दे रहा है। पर्वतीय इलाकों में उद्योगों के लिए 2018 तक लागू राज्य के पैकेज में जमीन आवंटन, स्टांप शुल्क में पूरी छूट, विशेष अनुदान, ब्याज में छूट, बिजली बिल में छूट, वैट की प्रतिपूर्ति, ट्रांसपोर्ट सब्सिडी, मेगा प्रोजेक्ट्स को वित्तीय प्रोत्साहन के साथ ही बिक्री में मदद भी शामिल है। निवेशकों को बताया गया कि यहां का औद्योगिक माहौल भी खासा बेहतर है। मैन पावर की बात की जाए तो यहां स्किल्ड और नान स्किल्ड की कमी नहीं है। देश ही नहीं विदेशों तक में उत्तराखंड की प्रतिभाएं काम कर रही है। अगर घर में ही उन्हें काम मिलेगा तो अपेक्षाकृत कम वेतन पर यहां मैन पावर मिल सकती है। सूत्रों का कहना है कि सरकार की कोशिश ईको फ्रेंडली यूनिट्स के साथ ही जल विद्युत परियोजनाओं में निवेश बढ़ाने की है। मुंबई में निवेशकों के साथ इन्हीं मुद्दों पर बात की गई। सरकार के तर्कों से निवेशक सहमत भी दिखाई दिए। माना जा रहा है कि अगर सरकार की कोशिशें रंग लाई तो आने वाले समय में पहाड़ पर भी उद्योगों की स्थापना होगी और उस वक्त पानी और जवानी को पहाड़ में रोकने की कल्पना साकार हो सकेगी।
इसलिए सुन्दर हैं मेरा पहाड़
अब पहाड़ों में भी अश्लील क्लिपिंग
25 jan-देहरादून, : रायपुर में छात्रा से हुए गैंग रेप के मामले में पुलिस को घटना की अस्पष्ट क्लिपिंग के अलावा एक दूसरी युवती की अश्लील क्लिपिंग भी मिली। ऐसे में पुलिस का मानना है कि पकड़े गए आरोपी प्रोफेशनल ब्लैकमेलर हैं, जो युवतियों की अश्लील क्लिपिंग बनाकर बाद में ब्लैकमेल करते हैं। पुलिस गैंग रेप की घटना की क्लिपिंग को अहम सबूत मान रही है। शुक्रवार को दून के रायपुर क्षेत्र में गैंग रेप का मामला प्रकाश में आया था। छात्रा का आरोप था कि युवकों ने उसकी अश्लील क्लिपिंग भी बनाई। पुलिस ने आरोपियों से बरामद दो मोबाइल फोन की जांच की। सूत्रों की मानें तो आरोपी विक्की के मोबाइल से छात्रा की दो अश्लील क्लिपिंग बनाई। विक्की पुलिस की पकड़ से बाहर है, लेकिन पुलिस ने उसका मोबाइल बरामद कर लिया। उसने पहले ही ये दोनों क्लिपिंग डिलीट कर डालीं, लेकिन एक मोबाइल से खींची गई एक अस्पष्ट क्लिपिंग पुलिस को मिल गई। सूत्रों के मुताबिक पुलिस के होश उस वक्त उड़ गए, जब विक्की के मोबाइल में पुलिस को दूसरी युवती की अश्लील क्लिपिंग मिली। क्लिपिंग में युवती उसे ऐसा करने से मना कर रही है। जांच में पुलिस ने पाया कि विक्की ने प्रेमजाल में फंसाकर उक्त युवती की क्लिपिंग बनाई है। आशंका है कि विक्की युवती को ब्लैकमेल कर रहा था। एसपी सिटी पुष्पक ज्योति ने बताया कि पुलिस फोरेंसिक लैब से डिलीट की गई दो क्लिीपिंग अपलोड करने की कोशिश कर रही है। चारों आरोपियों को भेजा जेल शनिवार को पुलिस ने गैंग रेप के आरोप में पकड़े गए हिमांशु शाही, निताई मोहन, आशीष शर्मा और दीपक सकलानी को कोर्ट में पेश किया। इनमें से दो युवकों ने पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाते हुए अस्पताल में भर्ती कराने की मांग की। कोर्ट ने पुलिस को दोनों युवकों का मेडिकल कराने के निर्देश दिए,
Saturday, 24 January 2009
5000 को नौकरी ,बीटीसी ,विशिष्ठ बीटीसी व बीएड प्रशिक्षितों को मौका
राज्य आंदोलनकारी अस्पताल में भर्ती
जहां निऱाश नही होते असहाय
दून में बना सितार वादन का नया वर्ल्ड रिकार्ड
चार हजार प्रशिक्षित होंगे दुर्गम में तैनात
24 jan-
देहरादून : अति दुर्गम और दुर्गम क्षेत्रों के प्राइमरी स्कूलों के दिन जल्द बहुरेंगे। विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण पूरा करने वाले तकरीबन चार हजार शिक्षकों को तैनाती दी जाएगी। इनकी सुगम क्षेत्रों में नियुक्ति हुई तो जिला शिक्षा अधिकारी नपेंगे। सरकार ने विशिष्ट बीटीसी के रोजगार को आगे भी हरी झंडी देने के साथ ही दुर्गम क्षेत्रों में शिक्षा का दशा सुधारने की महत्वपूर्ण पहल की है। राज्य में विशिष्ट बीटीसी में चार हजार युवा प्रशिक्षण पूरा कर चुके हैं। महकमे के स्तर पर इन प्रशिक्षितों की तैनाती की कवायद चल रही है।
तकनीकी शिक्षा का ब्रांड बनेगा टिहरी
तकनीकी शिक्षा का ब्रांड बनेगा टिहरी 24jan-नई टिहरी, : एशिया की सबसे बड़ी जल विद्युत परियोजना से देश को रोशन करने वाला टिहरी अब तकनीकी शिक्षा का ब्रांड बनेगा। देश के पहले हाइड्रो इंजीनियरिंग कालेज की नींव शुक्रवार को केंद्रीय ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने रखी। भागीरथी पुरम डिबनू में शुक्रवार को केंद्रीय ऊर्जा मंत्री शिंदे व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भुवनचन्द्र खंडूड़ी ने देश के पहले इंजीनियरिंग कालेज का शिलान्यास किया। इस अवसर पर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि बांध के लिए टिहरी वासियों के त्याग को भुलाया नहीं जा सकता। जिन्होंने देश के लिए त्याग किया उनके पुनर्वास में धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि 2008 की ऊर्जा नीति के बाद बनने वाली परियोजनाओं के विस्थापितों को प्रति परिवार सौ यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी। उन्होंने टीएचडीसी (टिहरी हाइड्रो डेवलेंमेंट कारपोरेशन) को टिहरी में एससीएसटी हास्टल निर्माण के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री भुवनचन्द्र खंडूड़ी ने कहा कि प्रदेश में जल विद्युत परियोजनाओं की असीम संभावनाएं हैं। कालेज निर्माण से इन परियोजनाओं को बेहतर विशेषज्ञ मिलेंगे। सांसद विजय बहुगुणा व विधायक किशोर उपाध्याय ने इस कालेज को जिले की तकनीकी शिक्षा में नया आयाम बताया। कार्यक्रम में केंद्रीय ऊर्जा सचिव बीएस सम्पत, टीएचडीसी के सीएमडी आरएसटी सांई, पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी के कुलपति पराग दिवान, परियोजना प्रबंधक एएल शाह, निदेशक कार्मिक एएस बिष्ट, निदेशक तकनीकी एसके शुक्ला आदि उपस्थित थे।
एनिमेशन के नन्हे उस्ताद की एक और कामयाबी
24 jan-
दून के अमन को भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से 2008 के नेशनल चाइल्ड एवार्ड फॉर एक्सैपशनल एचीवमेंट सिल्वर मैडल एवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। देहरादून: एनिमेशन की दुनिया के नन्हें उस्ताद अमन रहमान ने कामयाबी का एक और आसमान छू लिया है। दून के अमन को भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से 2008 के नेशनल चाइल्ड एवार्ड फॉर एक्सैपशनल एचीवमेंट सिल्वर मैडल एवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। नई दिल्ली में आने वाली 4 फरवरी को केंद्रीय मंत्री रेणुका चौधरी अमन को सम्मानित करेंगी। एवार्ड के तहत अमन को एक सिल्वर मैडल, प्रशस्ति-पत्र और दस हजार रूपए का नकद ईनाम दिया जाएगा। अमन को इससे पहले भी उत्तरांचल राज्य अल्पसंख्यक आयोग की ओर से बाल गौरव सम्मान और सामाजिक संस्था नैशियो की तरफ से अनमोल रत्न एवार्ड के साथ ही कई संस्थाएं सम्मानित कर चुकी हैं। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में यंगेस्ट एनीमेटर ऑफ द वर्ल्ड के रूप में नाम दर्ज करवाने के लिए अमन की अर्जी भेजी जा चुकी है। गिनीज बुक में नाम आते ही अमन दुनिया का सबसे छोटा एनीमेटर बन जाएगा। तीन साल की उम्र से कंप्यूटर पर काम कर रहा अमन दो वेब पेज डिजाइन करने के साथ ही बंदर का हृदय, भूत और स्वतंत्रता दिवस पर देश के शहीदों पर एनीमेशन फिल्म बना चुका है। वह फंडामेंटल्स ऑफ कंप्यूटर तथा फ्लैश तकनीक पर कई शहरों में लेक्चर भी दे चुका है। सेंट थॉमस स्कूल में पांचवीं कक्षा का छात्र अमन एडोब फोटोशॉप, फ्लैश, फायरवर्क्स, स्वीश टैक्सट एनीमेशन, वेबडिजाइनिंग एंड प्रोग्रामिंग, पेजमेकर, एचटीएमएल और वीडियो साउंड एडीटिंग आदि में एक्सपर्ट है।
मिलेगी खतौनी की तरह परिवार रजिस्टर की भी कंप्यूटरीकृत छाया प्रति
सुहाना होगा हवाई सफर
योग प्रशिक्षितों पर पुलिस का कहर
उत्तराखंड निवासी कमांडो गजेंद्र सिंह समेत 11 को अशोक चक्र
24 jan-
शत्-शत् नमन् नई दिल्ली, आतंकियों से लोहा लेते शहीद हुए एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे, सेना के कमांडो गजेंद्र सिंह और दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर एमसी शर्मा समेत ग्यारह लोगों को अशोक चक्र प्रदान किया जाएगा। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने गणतंत्र दिवस के मौके पर शांति काल में वीरता के इस सर्वोच्च पुरस्कार पर अपनी मंजूरी दे दी है। 26नवंबर के मुंबई आतंकी हमले के दौरान वीरता के लिए करकरे, मेजर संदीप उन्नीकृष्णन, अशोक काम्टे, विजय सालस्कर, हवलदार गजेंद्र सिंह और मुंबई पुलिस के तुकाराम ओम्बले को मरणोपरांत यह पुरस्कार दिया जाएगा। दिल्ली में बटला हाउस मुठभेड़ में शहीद हुए इंस्पेक्टर शर्मा को भी अशोक चक्र से सम्मानित किया जाएगा। कर्नल जोजिन थामस, उड़ीसा के विशेष पुलिस बल के सहायक कमांडेंट प्रमोद सतपथी व हवलदार बहादुर सिंह वोहरा और मेघालय के पुलिस उपाधीक्षक पी. दींगदोह को भी अशोक चक्र से नवाजा जाएगा।
Friday, 23 January 2009
गलें में तिंमाणिंया और सिर पर डांठू पहनकर रैंप पर उतरा उत्तराखंडी पहनावा-
मुंबई में भी होगा उत्तराखंड भवन
अब गढ़वाली –अग्रेजी –हिन्दी डिक्शनरी भी
सीएम ने कीं बीस करोड़ की घोषणाएं
दून में जुटेंगे देश विदेश से सिख युवा
Thursday, 22 January 2009
कुमाऊं विश्वविद्यालय परीक्षाफल B.ed: 2008 घोषित
मंदी की मार अब पहाड़ पर
दुग्ध संघ पर भाजपा का कब्जा
स्मित ने मुंबई में किया प्रतिभा का प्रदर्शन
रोडवेज बस खाई में गिरी, 13 घायल
कर्मियों पर तोहफों की बारिश
22 jan-: मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में कई अहम फैसले लिये गए। इनसे राज्य को इस वित्तीय वर्ष में नौ सौ करोड़ का अतिरिक्त व्ययभार उठाना पड़ेगा। कैबिनेट के फैसलों की जानकारी मुख्य सचिव इंदु कुमार पांडे ने दी। उन्होंने बताया कि वेतन समिति के दूसरे प्रतिवेदन की सिफारिशों के अनुरूप अब सहायता प्राप्त गैर सरकारी विद्यालयों के शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मियों को भी राजकीय शिक्षकों की भांति ही वेतन-भत्ते दिए जाएंगे। इस फैसले से करीब 11 हजार कर्मियों को फायदा होगा। समिति की सिफारिशों के अनुसार ऐसी संस्थाओं का मूल्यांकन भी कराया जाएगा। मानक ठीक न होने पर इन्हें नोटिस दिया जाएगा। फिर भी गुणवत्ता न सुधरी तो इन्हें अनुदान सूची से बाहर कर दिया जाएगा। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि आने वाले समय में शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मियों के बीच दस-एक का अनुपात रहे। श्री पांडे ने बताया कि बी-टू श्रेणी में आने वाले शहरों में मकान भत्ता ग्रेड-पे का 75 फीसदी, जिला मुख्यालयों पर 50 और अन्य शहरों में 40 फीसदी दिया जाएगा। तय किया गया है कि एक हजार फीट की ऊंचाई के बाद दिया जाने वाला पर्वतीय भत्ता अब घाटी में बसे शहरों में भी दिया जाएगा। यह ग्रेड-पे का दस फीसदी होगा। इसकी सीमा न्यूनतम 150 और अधिकतम 540 रखी गई है। समिति की सिफारिश के अनुसार दुर्गम और अति दुर्गम स्थानों का नए सिरे से चिन्हीकरण होने तक सीमांत क्षेत्र भत्ता दिया जाता रहेगा। 31 अक्टूबर, 08 के बाद परिवार नियोजन भत्ता ग्रेड-पे का दस फीसदी दिया जाएगा। मूल स्थान पर ही तैनाती की दशा में प्रतिनियुक्ति भत्ता ग्रेड-पे का दस और अन्य स्थान की तैनाती पर बीस फीसदी देय होगा। कुल देय 39,200 से किसी भी दशा में अधिक नहीं होगा। सीएस ने बताया कि कैबिनेट ने एसीपी (एश्योर कैरियर प्रमोशन) को भी मंजूर कर दिया है। अब तय समय पर पदोन्नति न होने पर भी टाइम स्केल के आधार पर ग्रेड-पे वेतनमान दिया जाएगा। अफसरों को एसीपी का लाभ एक जनवरी, 06 से दिया जाएगा।