Friday, 7 August 2009

आयुर्वेदिक डॉक्टरों की हुई बल्ले-बल्ले

संविदा डॉक्टरों का सरकार ने मानदेय बढ़ाया देहरादून। कैबिनेट ने बृहस्पतिवार को कार्मिकों पर सौगात बरसाई , तो इससे संविदा पर तैनात आयुर्वेदिक डॉक्टर भी पीछे नहीं रहे। तैनाती स्थल को तीन श्रेणियों में बांटकर आयुर्वेदिक संविदा डॉक्टरों के लिए बढ़े हुए मानदेय का निर्णय लिया गया है। सरकार के इस निर्णय से डॉक्टरों की बल्ले-बल्ले हो गई है। उनका मानदेय पांच से १३ हजार रुपये तक बढ़ गया है। कुछ महीनों पहले सरकार ने एलोपैथी संविदा डॉक्टरों के मानदेय पैकेज को कुछ इसी तरह बढ़ाया था।सरकार की कोशिश डॉ1टरों को दुर्गम स्थानों पर जाने के लिए प्रेरित करने की है। इसी कोशिश के क्रम में उन्हें बढ़ा हुआ मानदेय देने का फैसला किया गया है। आयुर्वेदिक संविदा डॉक्टर आज से पहले कहीं भी तैनात रहे हों, उन्हें १५ हजार रुपये मानदेय मिलता था। अब मैदानी क्षेत्र में तैनात डा1टर को २० हजार, दुर्गम में तैनात को २४ हजार और अति दुर्गम में तैनात डॉ1टर को २८ हजार रुपये प्रतिमाह मिला करेंगे। श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में तैनात जूनियर और सीनियर रेजीडेंट डॉ1टरों के ग्रेड पे में भी बदलाव कर दिया गया है अब उन्हें बढ़ा हुआ वेतन मिलने की राह आसान हो गई है। संशोधित स्थिति में जूनियर डॉ1टरों का ग्रेड पे ५४०० और सीनियर डॉ1टरों का ग्रेड पे ६६०० हो गया है। कुल मिलाकर सरकार ने अपने इस फैसले से डॉ1टरों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है।

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