UTTARAKHAND POWER corporation LTD. Application for post of assistant engineer,(E&M&CIVIL)/JUNIOR ENGINEER/TRAINEE TOTAL POST 169
LEST DATE 28 MARCH 2009 -
27,2,9-, नैनीताल: छठे वेतन आयोग तथा यूजीसी की सिफारिशें लागू करने की मांग को लेकर आंदोलित कुमाऊं विवि के प्राध्यापकों व कर्मचारियों का धैर्य अब जवाब देने लगा है। गुरुवार को विवि प्रशासनिक भवन पर हुई सभा में शासन की उपेक्षा के खिलाफ सभी प्राध्यापकों व कर्मचारियों द्वारा सरकार को सशर्त इस्तीफा भेजने की चेतावनी दी। इसी क्रम में विवि की खराब आर्थिक हालत की जानकारी आम लोगों को देने के लिए शनिवार 28 फरवरी को आम सभा करने का निर्णय लिया गया। हड़ताली विवि प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों ने नित्य की भांति गुरुवार को भी विवि प्रशासनिक भवन में सभा आयोजित की। सभा को संबोधित करते हुए कर्मचारी नेताओं ने विश्र्वविद्यालय के खराब हालात के लिए शासन को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया और विवि की उपेक्षा पर आक्रोश व्यक्त किया। सभा में कुलपति की भूमिका पर भी कई सवाल उठाए गए। उनका कहना था कि इन हालातों के लिए कुलपति भी किसी न किसी रूप में जिम्मेदार हैं। सभा में शिक्षक एवं कर्मचारी प्रतिनिधियों ने कहा कि पिछले दो सप्ताह से विश्र्वविद्यालय तथा उसके तीनों परिसरों में पठन पाठन व अन्य कामकाज ठप पड़ा है लेकिन शासन-प्रशासन के नुमाइंदों को इसकी कोई परवाह नहीं है। वक्ताओं ने कहा कि हड़ताल से विश्र्वविद्यालय में पठन-पाठन बाधित होने के साथ परीक्षा भी लंबित हो रही है, लेकिन जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे हैं। सभा में शासन के उपेक्षापूर्ण रवैये के विरोध में प्राध्यापकों व कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री को सशर्त इस्तीफा भेजने का निर्णय लिया। तय किया गया कि इस्तीफे भेजने के बाद राज्य के विपक्षी दलों के अध्यक्षों से संपर्क कर आंदोलन को गति प्रदान की जाएगी। इसी क्रम में विवि के खराब माली हालतों की जानकारी जन सामान्य को देने के लिए कर्मचारी व शिक्षकों ने शनिवार 28 फरवरी को मल्लीताल रामसेवक सभा प्रांगण में आम सभा करने का ऐलान किया गया। सभा में कुलपति प्रो.सीपी बर्थवाल भी मौजूद थे। श्री बर्थवाल ने कर्मचारियों की मांगों को शासन तक पहुंचाने का आश्र्वासन दिया। सभा में कूटा अध्यक्ष डा.अजय अरोरा, एमएमएस मेहरा, प्रो.सीएस मथेला, प्रो.डीएस कार्की, डा.जीत राम, कर्मचारी नेता एनएस रजवार, कुलदीप सिंह, हेम सनवाल, आनंद रावत, कुंवर सिंह जलाल, भूपाल करायत, प्रकाश पाठक आदि ने विचार रखे।
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जिले में भूंकप के झाटके से लोग रहे दहशत में चमोली जिले में बुधवार सुबह भूंकप के झाटके आने से लोग भयभीत रहे। झाटके महसूस करते ही लोग डरकर अपने घरों एवं कार्यालयों से बाहर निकल आए। जोन पांच में शामिल चमोली जिले में पूर्व में कई बार भूंकपे के बड़े झाटकों को सह चुके लोग एक बार फिर आए झाटकों से भारी दहशत में हैं।गोपेश्वर निवासी गृहणी मीना नेगी के अनुसार वह सुबह रोज की तरह घर पर साफ सफाई कर रही थी कि तभी अचानक टीवी पर रखा गमला जोर से हिलने लगा। जिससे वह कमरे से बाहर की तरफ दौड़ पड़ी। जबकि जाखेश्वर शिक्षण संस्थान के सचिव नदंन सिंह बिष्ट ने बताया कि वह कार्यालय में बैठे थे कि सुबह साढ़े नौ बजे करीब कार्यालय की खिडकियां एवं आलमारियां हिलने लगंी। पहले तो वह कुछ समझा नहीं पाए, लेकिन जैसे ही अहसास हुआ कि यह भूकंप के झाटके हैं, े वह अन्य लोगों के साथ कार्यालय से बाहर की ओर दौड़ पड़े। श्री बिष्ट ने कहा कि बुधवार भूंकप के झाटके ने जिले में पूर्व में आए विनाशकारी भंूकप की यादों को एक बार फिर ताजा कर दिया है। ऐसे में जिले में वर्ष १९९१ एवं १९९९ की तरह जान-माल के नुकसान की पुरनावृत्ति न हो प्रशासन को सतर्क रहना चाहिए। दूसरी ओर, कुछ लोगों का यह भी कहना था कि उन्हेंभूकंप के झाटकों का अहसास नहीं हुआ।
जमीन मिले तो होगा हवाई अड्डे का विस्तारभारतीय विमानन प्राधिकरण ने मांगी ३३ एकड़ भूमि,
सीएम ने दिलाया सहयोग का भरोसा
जौलीग्रांट/देहरादून। जौलीग्रांट हवाई अड्डे की सूरत बदल रही है। छोटी नहीं, बल्कि अब यहां पर साढ़े सात हजार फीट की लंबी-चौड़ी हवाई पट्टी तैयार हो चुकी है। जौलीग्रांट में टर्मिनल निर्माण कर यात्रियों को भारतीय विमानन प्राधिकरण ने एक बड़ी सहूलियत उपल4ध करा दी है। हवाई अड्डे का विस्तार और किया जाना है। जमीन मिले, तो यह काम बहुत जल्द शुरू हो जाएगा। भारतीय विमानन प्राधिकरण ने सीएम से ३३ एकड़ जमीन की मांग की है। मु2यमंत्री ने हवाई अड्डे के विस्तार के लिए पूरा सहयोग करने का भरोसा दिलाया है।जौलीग्रांट हवाई अड्डे की सूरत में कितनी तेजी से बदलाव आ रहा है, केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल भी इसका जिक्र करने से नहीं चूके। बकौल, पटेल-कुछ साल पहले जब वे दून आए थे, तब छोटी हवाई पट्टी का निर्माण ही चल रहा था। मगर आज तसवीर बदल गई है। इस अड्डे के विस्तार के लिए कोई कसर छोड़ी नहीं जाएगी। मु2यमंत्री बीसी खंडूरी ने भी राज्य सरकार के प्रयास गिनाए। उन्होंने बताया कि एक रुपये प्रति वर्ष के हिसाब से ९९ साल की लीज पर जमीन मुहैया कराकर सरकार ने बता दिया है कि जन सुविधाओं के लिए वह किसी भी हद तक जा सकती है। हवाई अड्डे की राह में कोई बाधा ना हो, इसलिए सरकार ने ४१ करोड़ रुपये खर्च कर नेशनल हाईवे का रूट ही बदल दिया है। अब जमीन के लिए हर पक्ष से बात कर हल निकाला जाएगा। इनसेट--समारोह से विपक्षियों का 'बायकॉट'देहरादून। आज के कार्यक्रम में क्षेत्रीय सांसद विजय बहुगुणा नहीं आए। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हरीश रावत भी नहीं आए, हालांकि प्राधिकरण के अफसरों का कहना था कि हर जगह गलती से उनका नाम छप गया। उनके आने का कोई कार्यक्रम नहीं था। यूपीए सरकार में एनसीपी कोटे के मंत्री प्रफुल्ल पटेल की वजह से एनसीपी के प्रदेश प्रभारी को जरूर मंच पर जगह मिल गई। दिग्गजों ने थपथपाई एक-दूजे की पीठदेहरादून। दोनों परस्पर विरोधी सरकार के दिग्गज थे, मगर आज मौका आने पर एक-दूजे की मु1त कंठ से प्रशंसा में पीछे नहीं रहे। बात हो रही है सीएम खंडूरी और केद्रीय मंत्री पटेल की। खंडूरी ने कहा-पटेल युवा और बेहद ऊर्जावान मंत्री है। जवाब में पटेल बोले-खंडूरी की कार्यशैली उनके केंद्रीय मंत्री रहते हुए पूरे देश ने देखी है। बिखरेगा पहाड़ी व्यंजनों का भी जादूजौलीग्रांट/देहरादून। आपने पहाड़ी व्यंजनों को कभी ना कभी चखा जरूर होगा। एक ही घूंट में ताजगी से भर देने वाले बुरांस के जूस की तो याद होगी। जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर देशी-विदेशी मेहमानों को दुनिया भर के व्यंजनों, खाद्य और पेय पदार्थों के बीच उ8ाराखंड के पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद चखने का मौका भी मिलेगा। एयरपोर्ट अथारिटी की योजना यात्रियों को उ8ाराखंड के पहाड़ी व्यंजनों का स्वाद चखाने की भी है। इसलिए बहुत जल्द वह नवनिर्मित टर्मिनल में एक स्टाल पहाड़ी व्यंजनों का भी लगवाएगा। गढ़वाल मंडल विकास निगम अपने गेस्ट हाउसों में इस तरह की व्यवस्था को लागू कर चुका है। पर्यटन सीजन में यहां आने वाले लोगों को कोदे की रोटी, कोदे की खीर समेत अन्य पहाड़ी व्यंजन गेस्ट हाउसों में चखने को जरूर मिल जाते हैं। एयरपोर्ट अथारिटी इस प्रयोग को यहां पर शुरू करने के प्रति गंभीर है। एयर ट्रेफिक कंट्रोलर रमेश कुमार के अनुसार, इस बात पर सहमति बन गई है कि टर्मिनल में एक स्टाल पहाड़ी व्यंजनों का होगा। जल्द ही यह सबके सामने आ जाएगा।
25 feb-
हल्द्वानी। रानीखेत ए1सप्रेस में अपराधों का सिलसिला थमता नहीं दिख रहा। चार दिन पूर्व ही दिल्ली से काठगोदाम आ रही रानीखेत ट्रेन में सिविल जज के साथ अभद्रता और दो यात्रियों की साथ लूटपाट की घटना अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि मंगलवार को गाजियाबाद से आते व1त पंतनगर विश्वविद्यालय की एक ले1चरर से लूटपाट की घटना से सनसनी फैला दी। लुटेरे ले1चरर का बैग छीन कर चलती ट्रेन से कूद गए। जीआरपी की एसओजी ने लुटेरों का पीछा कर एक लुटेरे को धर दबोचा। लूटा गया बैग पूरे सामान समेत बरामद कर लिया गया है।जानकारी के मुताबिक गाजियाबाद के एसडी कालेज में प्रोफेसर सीएल चौधरी की बेटी निधि चौधरी रानीखेत ए1सप्रेस में अपनी सहेली शालिनी बाजपेई के साथ पंतनगर जा रही थी। पंतनगर यूनिवर्सिटी में ले1चरर निधि की बर्थ एस थ्री कोच में आरक्षित थी। (५०१३ डाउन) रानीखेत ए1सप्रेस मुरादाबाद से जैसे ही आगे बढ़ी कुछ लुटेरे इस कोच में घुस गए। लुटेरे ने निधि के हाथ पर झापट्टा मारकर बैग छीन लिया। बैग में लैपटाप, मोबाइल, एटीएम और अन्य जरूरी कागजात थे। निधि ने फौरन घटना की जानकारी जीआरपी को दी तो रामपुर की जीआरपी को मेमो देकर गाड़ी चेक करने के लिए कहा गया। मुरादाबाद के इंस्पे1टर जीआरपी ने लुटेरों की तलाश में एसओजी को लगाया। तलाशी के दौरान एक लुटेरा धर लिया गया, जिसके पास से बैग भी बरामद कर लिया गया है। पूछताछ में लुटेरे ने अपना नाम गगन कुमार बताया। उसके पिता रणजीत रेलवे ट्रेनिंग कालेज चंदौसी में सफाई कर्मचारी हैं। कालेज कैंपस में ही रणजीत का परिवार रहता है। मुरादाबाद एसपी रेलवे राजबहादुर सिंह ने लुटेरे को पकडऩे वाली टीम को एक हजार रुपए का ईनाम दिया है। निधि ने बताया कि इस ट्रेन से हमें हल्दी रोड उतरना था, जहां से पंतनगर के लिए बस पकडऩी थी।
१९ feb-देहरादून, : एलटी शिक्षकों के चार हजार रिक्त पदों पर प्रशिक्षित बेरोजगारों को भर्ती का तोहफा मिलेगा। हफ्तेभर में इसकी प्रक्रिया शुरू होगी। अगले सत्र के लिए विशिष्ट बीटीसी की नियुक्ति प्रक्रिया एक-दो दिन में शुरू की जाएगी। इसके लिए सरकार को एनसीटीई से अनुमति मिल गई है। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले शिक्षा महकमे में हजारों प्रशिक्षित बेरोजगारों के लिए रोजगार के द्वार खुल जाएंगे। महकमे में रोजगार के अवसरों को खंगालने और कामचलाऊ तौर कार्यरत अथवा कार्य कर चुके शिक्षकों को नियमित करने की हरसंभव रास्ता तलाश किया जा रहा है। मंत्रिमंडल की उप समिति की बुधवार को आयोजित बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। यह तय किया गया है कि आचार संहिता लागू होने से पहले एलटी शिक्षकों के तकरीबन चार हजार रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस संबंध में महकमे के अफसरों को निर्देश दिए गए हैं। यही नहीं, विशिष्ट बीटीसी अगले सत्र में जारी रखने के मामले में भी सरकार के हाथ कामयाबी लगी है। एनसीटीई ने विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण को हरी झंडी दिखा दी है। लिहाजा उप समिति ने महकमे से विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण जल्द शुरू करने को कहा है। राज्य के प्राइमरी स्कूलों में कार्यरत करीब चार हजार शिक्षा मित्रों को स्थायी करने पर सहमति बनी है। एनसीटीई ने इस मामले में भी अनुकूल रुख दिखाया है। उप समिति ने पहले चरण में शिक्षा मित्र के तौर पर कार्यरत प्रशिक्षित स्नातकों को समायोजित करने को हरी झंडी दिखाई है। विश्र्वस्त सूत्रों के मुताबिक शिक्षा मित्रों को स्थायीकरण के लिए जरूरी शैक्षिक योग्यता पूरी करने का मौका दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त शिक्षा आचार्य-अनुदेशकों, पत्राचार बीटीसी, व्यावसायिक शिक्षकों के मामले में भी अनुकूल रवैया अपनाया गया है। महकमे को हफ्तेभर में उक्त शिक्षकों के समायोजन का रास्ता तैयार करने को कहा गया है। बीटीसी की 1625 सीटों पर प्रशिक्षण शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। अगले सत्र की शुरुआत में यह प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा। बैठक में उप समिति के अध्यक्ष कृषि मंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, शिक्षा मंत्री मदन कौशिक व पर्यटन मंत्री प्रकाश पंत मौजूद थे। उप समिति के फैसलों के बाद उक्त मामलों में जल्द शासनादेश जारी होने की उम्मीद है।