Sunday 9 August 2009

कनाडा में 'पुलिस वल्र्ड गेम्स' में रजत पदक जीत सूबे का नाम रोशन किया

--जगत के रजत ने किया कमाल - - जगत की उपलब्धियों की फेहरिस्त में जुड़ी एक और सफलता - अब कॉमनवेल्थ गेम्स पर टिकी हैं जगत की निगाहें देेहरादून, बॉक्सर जगत बेलाल की उपलब्धियों की फेहरिस्त में एक और सफलता जुड़ गई है। जगत ने कनाडा में चल रहे 'पुलिस वल्र्ड गेम्स' में रजत पदक जीतकर विश्व पटल पर उत्तराखंड का नाम रोशन किया। 75 किग्रा मिडिल वेट वर्ग के फाइनल में हुए कड़े मुकाबले में भले ही वह रजत ही हासिल कर पाए, लेकिन उनकी यह सफलता किसी भी मायने में कम नहीं है। वह राज्य के एकमात्र मुक्केबाज हैं, जिन्होंने इस मुकाम को छुआ है। इस सफलता ने जगत बेलाल को ओलंपिक पदक विजेता विजेंद्र कुमार जैसे अंतर्राष्ट्रीय बाक्सरों की पांत में ला खड़ा किया है। जगत देश के उन चोटी के संभावित बाक्सरों में शामिल हैं, जो कामनवेल्थ गेम्स की तैयारियों में जुटे है। इससे पहले बेलाल फस्र्ट इंटरनेशनल एके मिश्रा मेमोरियल बाक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल कर चुके है। कनाडा से 'दैनिक जागरण' से फोन पर हुई बातचीत में जगत ने बताया कि यह पहला मौका था, जब वह विश्व के नामी गिरामी बाक्सरों के बीच खेल रहे थे। नए नियमों के चलते मुकाबले हालांकि कठिन हो गए है, लेकिन उन्होंने अपना ध्यान केंद्रित किए रखा। उत्तराखंड पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर कार्यरत जगत के अनुसार फाइनल में आयरलैंड के बाक्सर मुक्केबाज डेविड कोलोन से कड़ा मुकाबला हुआ। उन्हें उम्मीद थी कि वह देश को स्वर्ण पदक दिलाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। इसका उन्हें मलाल है। उन्होंने बताया कि कामनवेल्थ गेम्स के लिए पटियाला में चल रहे कैंप में मिल रहे बेहतरीन प्रशिक्षण से उनके खेल में काफी निखार आया है। उनका पूरा ध्यान अब कॉमनवेल्थ गेम्स पर है और उन्हें उम्मीद है कि वहां भी सफलता अवश्य मिलेगी।

No comments:

Post a Comment