Thursday, 2 April 2009

परिसीमन ने बदला अल्मोड़ा सीट का भूगोल

Apr 02, चम्पावत। पिछली लोकसभा चुनाव तक जनपद के पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों के लोग अलग- अलग सांसदों का चुनाव करते थे, लेकिन इस बार अल्मोड़ा संसदीय सीट का परिसीमन बदलने से दोनों की राह एक हो गई है। पहली बार जिले के टनकपुर बनबसा क्षेत्र के 36 हजार मतदाता अल्मोड़ा के सांसद के लिए मतदान करेगे। वर्ष-1997 में जनपद गठित होने के बाद टनकपुर व बनबसा का मैदानी हिस्सा ऊधमसिंहनगर जिले से कटकर चम्पावत में जुड़ गया। जिला एक होने के बाद भी टनकपुर क्षेत्र के लोग नैनीताल और पर्वतीय क्षेत्र के लोग अल्मोड़ा संसदीय सीट के लिए वोट डालते आ रहे थे। राज्य बनने के बाद जिले में दो विधानसभा क्षेत्र गठित किए गए। चम्पावत और टनकपुर को मिलाकर एक विधानसभा क्षेत्र तथा लोहाघाट, पाटी और बाराकोट को दूसरा विधानसभा क्षेत्र बनाया गया है। संसदीय सीट का परिसीमन होने से चम्पावत विधानसभा का पूरा क्षेत्र अल्मोड़ा में शामिल होने से इस बार टनकपुर के लोग पहली बार अल्मोड़ा सीट के सांसद के लिए मतदान करेगे। पिछली बार तक अलग-अलग सांसदों के होने से जनपद के लोगों को सांसद निधि का ज्यादा लाभ नही मिल पाता था, परंतु इस बार एक ही सांसद को वोट डालने के लिए मतदाताओं में उत्साह बना हुआ है।

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