Monday, 13 April 2009

गढ़वाल मंडल की एक सीट का प्रभाव दूसरी सीट पर भी

गढ़वाल मंडल की एक सीट का प्रभाव दूसरी सीट पर भीटिहरी और पौड़ी में रही है जुगलबंदी देहरादून। पार्टियां इसे भले न माने, पर टिहरी और पौड़ी की संसदीय सीटों पर पिछले कई सालों से राजनीतिक दलों की जीत के मामले में जुगलबंदी भी करती दिख रही है। एक सीट पर जीत का परचम लहराने वाली पार्टी दूसरी सीट पर भी जीत का सेहरा बांध रही है। अब इस बार केलोकसभा चुनाव में यह जुगलबंदी 1या गुल खिलाएगी, यह देखना भी दिलचस्प होगा।गढ़वाल संसदीय सीट पर इस समय भाजपा से टीपीएस रावत और कांग्रेस से सतपाल महाराज किस्मत आजमा रहे हैं। महाराज इस सीट से तिवारी कांग्रेस से एक बार जीत का परचम लहरा भी चुके हैं, पर इसकेबाद से जीत उनसे कोसों दूर रही है। संसदीय सीट पर उपचुनाव में भी भाजपा के खाते में यह सीट गई थी। इसके उलट टिहरी सीट पर संसदीय उपचुनाव में विजय बहुगुणा के हाथ बाजी लगी थी। १९९१ केबाद से ही कांग्रेस इस सीट पर जीत का सेहरा अपने माथे बांधने के लिए तरस गई थी। हालांकि ,इससे पहले एक बार केअपवाद को छोड़कर इस सीट पर कांग्रेस का ही वर्चस्व रहा। इस हिसाब से देखा जाए तो उपचुनाव भी इन सीटों के लिए अपवाद ही साबित हुए। एक सीट पर कांग्रेस और एक सीट पर भाजपा की वापसी हुई। अब संसदीय चुनाव में यह जुगलबंदी कितनी काम आएगी यह देखना भी दिलचस्प होगा। वर्ष विजय प्रत्याशी पार्टी संसदीय सीट१९७१ परिपूर्णानंद पैन्युली कांग्रेस टिहरीमुल्क राज सैनी कांग्रेस देहरादून१९७७ त्रिपन सिंह नेगी जनता पार्टी टिहरीजगन्नाथ शर्मा जनता पार्टी गढ़वाल१९८० त्रिपन सिंह नेगी कांग्रेस टिहरीहेमवतीनंद बहुगुणा कांग्रेस गढ़वाल१९८४ ब्रह्मद8ा कांग्रेस टिहरीचंद्रमोहन सिंह नेगी कांग्रेस गढ़वाल१९८९ ब्रह्मद8ा कांग्रेस टिहरीचंद्रमोहन सिंह नेगी कांग्रेस गढ़वाल१९९१ मानवेंद्र शाह भाजपा टिहरीभुवनचंद्र खंडूरी भाजपा गढ़वाल१९९८ मानवेंद्र शाह भाजपा टिहरीभुवनचंद्र खंडूरी भाजपा गढ़वाल१९९९ मानवेंद्र शाह भाजपा टिहरीभुवनचंद्र खंडूरी भाजपा गढ़वाल२००४ मानवेंद्र शाह भाजपा टिहरीभुवनचंद्र खंडूरी भाजपा गढ़वालअपवाद१९९६ मानवेंद्र शाह भाजपा टिहरीसतपाल महाराज कांग्रेस तिवारी गढ़वाल उपचुनावगढ़वाल--भाजपाटिहरी---कांग्रेस

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