Friday, 17 April 2009
तीन सौ डालर से बनेगा साउथ एशियन विवि
मसूरी, : साउथ एशियन यूनिवर्सिटी बनाने में करीब 303 मिलियन यूएस डालर खर्च आएगा। जुलाई 2010 में सत्र प्रारंभ करने के लिए स्टेयरिंग कमेटी की अंतिम बैठक नेपाल के काठमांडू में होगी। वहीं यूनिवर्सिटी का लोगो तय होगा। साउथ एशियन यूनिवर्सिटी बनाने को लेकर सार्क देशों के प्रतिनिधियों की स्टेयरिंग कमेटी की दो दिवसीय तीसरी बैठक के अंतिम दिन गुरुवार को ये बातें सामने आई। बैठक में तय हुआ कि यूनिवर्सिटी निर्माण पर करीब तीन सौ मिलियन यूएस डालर खर्च होंगे। शुरू में इसमें विश्वविद्यालय में दो-तीन विषयों की ही पढ़ाई होगी। इसमें दाखिले प्रवेश परीक्षा व मेरिट के आधार पर होंगे। यूजीसी के सीईओ प्रो. जीके चड्ढ़ा ने बताया कि यूनिवर्सिटी का ढांचा पूरी तरह तैयार हो चुका है। स्टेयरिंग कमेटी की बैठक में वित्तीय प्रबंधन पर भी चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि विवि के कैंपस पर करीब दो सौ मिलियन डालर और आपरेशन पर करीब सौ मिलियन डालर खर्च किए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि बैठक में शामिल सात देशों के प्रतिनिधियों ने लोगो पर चर्चा की। प्रत्येक देश से दो लोगो मंगाए गये थे, लेकिन इस पर अंतिम निर्णय नहीं हो पाया। अब इसका चयन सितंबर-अक्टूबर, 2009 में नेपाल के काठमांडू में होने वाली चौथी बैठक में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि साउथ एशियन यूनिवर्सिटी को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने पर गंभीरता विचार किया गया। सार्क सचिवालय के निदेशक ऋषिराम जीनिया ने बताया कि इस बैठक में पूर्व की बैठकों में लिये गये निर्णयों की समीक्षा की गयी। बैठक में अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, मालद्वीव, भारत देशों के करीब दो दर्जन प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। बैठक के बाद सार्क प्रतिनिधियों ने मसूरी की खूबसूरती का लुत्फ उठाया। प्रतिनिधियों ने हाथीपांव व कैंपटी फॉल की सैर की।
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