Tuesday, 5 May 2009

राहत: कालेजों की संबद्धता बरकरार

देहरादून। निजी कालेजों की संबद्धता, नए सत्र में प्रवेश, प्राइवेट छात्रों की स्थिति और निजा कालेजों में बीएड काउंसिलिंग को लेकर चल रहे असमंजस पर विराम लगाते हुए एचएनबी गढ़वाल विवि के कुलपति प्रो. एसके सिंह ने कहा कि किसी भी कालेज की संबद्धता समाप्त नहीं की गई है। नए सत्र में प्रवेश के लिे विवि नई नियमावली का इंतजार कर रहा है। यदि समय से नियमावली नहीं बन पाई तो पुराने नियमों के अनुसार प्रवेश प्रक्रिया शुरू कराई जाएगी। निजी कालेजों के संगठन द्वारा बीएड में प्रवेश के लिए कराई जा रही काउंसिलिंग पर उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह वैध है, कोर्ट ने इसके लिए आदेश दिए हैं। साथी ही उन्होंने कहा कि जिन संस्थानों के पास संबद्धता है, वह जारी रहेगी। शनिवार को ग्राफिक एरा विवि के दीक्षांत समारोह में शामिल होने आए केंद्रीय विवि बन चुके गढ़वाल विवि के कुलपति प्रो. एसके सिंह ने जागरण से विशेष बातचीत में कहा कि अधिनियम के अनुसार जो संस्थान विवि के साथ संबद्ध है, उनकी संबद्धता जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि नए सत्र में प्रवेश पर रोक लगाई गई है, प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। नए नियम तय नहीं हो पाने के कारण प्रक्रिया रोकी गई है। प्रो. सिंह ने कहा कि अगर समय से नए नियम निर्धारित नहीं हो पाए तो पुराने नियमों के आधार पर प्रक्रिया शुरू की जाएगी, इस संबंध में केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय के जबाव का इंतजार किया जा रहा है। केंद्रीय विवि में प्राइवेट परीक्षा का प्रावधान होने के कारण प्रभावित हो रहे चालीस हजार छात्रों के बारे में उन्होंने कहा कि जो भी नया नियम है वह नए सत्र से लागू होगा और इससे पूर्व के सभी छात्र उससे प्रभावित नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि फिलहाल प्रथम व द्वितीय वर्ष की प्राइवेट परीक्षा दे रहे छात्र अपनी उपाधि पूरी करेंगे। बीएड काउंसिलिंग को लेकर चल रही भम्र की स्थिति पर प्रो. सिंह ने कहा कि एसोसिएशन द्वारा कराई जा रही काउंसिलिंग पूरी तरह वैध है। उन्होंने कहा कि इसके लिए माननीय उच्च न्यायालय ने आदेश दिए हैं। बीएड में प्रवेश लेने वाले छात्रों की परीक्षा कराने के सवाल पर उन्होंने कहा कि विवि को परीक्षा कराने में कोई आपत्ति नहीं है। निजी बीएड कालेज प्रवेश प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं। सत्र पूरा होने पर विवि परीक्षा आयोजित करेगा।

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