Thursday, 14 May 2009

सिस्टर ललिता राष्ट्रीय लोरेंस नाईटिंगल पुरस्कार से सम्मानित

नैनीताल।त्याग, तपस्या और सेवा भावना के क्षेत्र नर्सिंग में उल्लेखनीय योगदान के लिए बीडी पांडे जिला अस्पताल में तैनात और नैनीताल निवासी सिस्टर ललिता बिष्ट को मंगलवार को राष्ट्रीय लोरेंस नाईटिंगल पुरस्कार प्रदान किया गया। श्रीमती बिष्ट ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय उन सैकड़ों मरीजों को दिया जिनकी सेवा करने का मौका उन्हें मिला।उल्लेखनीय है कि अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस पर आज देशभर की २९ नर्सेज को दिल्ली में राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने राष्ट्रीय 3लोरेंस नाईटिंगल पुरस्कार प्रदान किए। इनमें बीडी पांडे अस्पताल की सिस्टर ललिता बिष्ट भी शामिल हैं, जो यह पुरस्कार पाने वाली उत्तराखंड की इकलौती सिस्टर हैं। जनपद के कोटाबाग निवासी शिक्षक अमर सिंह बिष्ट की पुत्री ललिता बिष्ट यहां स्टोनले कंपाउंड की निवासी हैं। आज श्रीमती बिष्ट पुरस्कार लेने दिल्ली गई थीं। अमर उजाला से दूरभाष पर हुई वार्ता में श्रीमती बिष्ट ने बताया कि स्कूली शिक्षा के बाद उन्होंने बीडी पांडे अस्पताल नैनीताल से तीन वर्षीय जनरल नर्सिंग कोर्स किया। उसके बाद कानपुर विश्वविद्यालय से छह माह का कालेज आफ नर्सिंग कोर्स पूरा किया। कानपुर विश्वविद्यालय से ही उन्होंने बीएससी नर्सिंग की डिग्री ली। उसके बाद वह १८ साल तक यहां नर्सिंग कालेज में बतौर शिक्षिका कार्यरत रहीं। नर्सिंग स्कूल बंद होने के बाद उन्हें १९८१ में बीडी पांडे अस्पताल में स्टाफ नर्स के रूप में नियु1ित मिली। १९९६ में वह सिस्टर के पद पर प्रोन्नत हुईं। श्रीमती बिष्ट के पति पीसी बिष्ट यहां एडवोकेट हैं। बेटी अपर्णा दिल्ली में बीएससी आनर्स और बेटा हर्ष नैनीताल में इंटरमीडिएट में अध्ययनरत है। श्रीमती बिष्ट कहती हैं कि प्रत्येक व्य1ित को अपना काम बिना किसी फल की इच्छा किए निष्ठा और लगन से करना चाहिए। यह ईश्वर की कृपा ही है कि उनका चयन इस पुरस्कार के लिए हुआ।

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