Sunday, 17 May 2009
देवभूमि में कांग्र्रेस का परचम
भाजपा का सूपड़ा साफ, सूबे की पांचों लोकसभा सीटों पर किया कब्जा
कांग्र्रेस ने उत्तराखंड में लोकसभा की सभी पांच सीटों पर जीत का परचम फहराकर सूबे की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी को नेपथ्य में धकेल दिया है। सबसे नजदीकी मुकाबला अल्मोड़ा संसदीय सीट पर रहा तो हरिद्वार सीट पर कांग्र्रेस ने सर्वाधिक मतों के अंतर जीत हासिल की।
पहले बात पौड़ी संसदीय सीट की। सीएम की प्रतिष्ठा का सवाल बनी इस सीट पर कांग्र्रेस प्रत्याशी सतपाल महाराज ने भारतीय जनता पार्टी के टीपीएस रावत को 18,656 मतों के अंतर से पराजित किया। महाराज को 2,19,593 और टीपीएस को 2,00,937 मत मिले। कांग्र्रेस को सालों बाद यह सीट भारतीय जनता पार्टी से छीनने में सफलता हासिल हुई है।
टिहरी संसदीय सीट पर भाजपा के टिकट पर लड़े निशानेबाज जसपाल राणा यहां तो कांग्र्रेस प्रत्याशी विजय बहुगुणा की सियासत के सामने फेल हो गए। यहां कांग्र्रेस को 2,62,616 और भाजपा को 2,08,593 मत मिले। इस प्रकार कांग्र्रेस ने 54,023 मतों के अंतर से जीत हासिल की। कांग्र्रेस ने इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा।
इस बार सामान्य श्रेणी में आई हरिद्वार संसदीय सीट पर कांग्र्रेस के हरीश रावत ने तमाम समीकरणों को ध्वस्त करते हुए 1,27,542 मतों से जीत हासिल की। यहां दूसरे स्थान पर रहे भारतीय जनता पार्टी के स्वामी यतींद्रानंद को 2,04,516 वोट और हरीश को 3,32,055 वोट मिले। कांग्र्रेस ने यह सीट समाजवादी पार्टी से छीनी है। इस बार सपा का प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा।
नैनीताल संसदीय सीट पर कांग्र्रेस का कब्जा बरकरार रहा। यहां कांग्र्रेस के केसी सिंह बाबा ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बची सिंह रावत को 84,512 मतों से पराजित किया। यहां कांग्र्रेस को 3,21,205 और भाजपा को 2,36,693 मत मिले। यहां समाजवादी पार्टी पार्टी का प्रदर्शन बेहद लचर रहा।
कांग्र्रेस ने इस बार अल्मोड़ा संसदीय भी भाजपा से छीन ली। 1991 से इस सीट पर भाजपा काबिज थी। इस बार कांग्र्रेस के प्रदीप टम्टा को भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े सूबाई सरकार में काबीना मंत्री अजय टम्टा ने कड़ी टक्कर दी पर अंत में 7,323 मतों के अंतर से परिणाम कांग्र्रेस के पक्ष में गया। यहां कांग्र्रेस को 2,00310 और भाजपा को 1,92,987 मत मिले। खास बात यह है कि इस सीट पर सत्ता में सहयोगी उक्रांद को सभी अन्य सीटों से ज्यादा वोट मिले।
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Haar ka karan -- pichhle elections me jitane ke baad BJP ke sabhi netaun ne apne telephone number badal diye the.
ReplyDeleteabki baar, shayad muh (Chehara) badlnaa padegaa ya chupaanaa padegaa kyaa ??????
ReplyDeleteइस हार के लिए खुद बी जे पी खुद जिमेदार है, अब में ये ही कहूँगा बी जे पी से की वो उत्तराखंड में जा के देखे की उसकी हार मै क्या कारण था , वहां जा के आपको कुछ न कुछ जानकारी मिलेगी, जनता से पूछिये की किस लिए हारे, जब नेता लोग ठेकदारों मै साथ देने लग जाएँ तो आम जनता मै क्या होगा....
ReplyDeleteमई तो ये ही कहूँगा बी जे पी के आलाकमान से की कुछ चंगे करिए,
B.C KHANDURI IS REPONSIBLE FOR THIS,SO MR KHANDURI PLZ AWAKE ITS NOT A ARMY ITS A AAM JANTA
ReplyDelete"Victory has many fathers and defeat is orphan."
ReplyDeleteIn my opinion Khanduri can not be blamed. He is one of the best and honest CM so far in Uttarakhand. Being a disciplined CM it is also imperative to expect the discipline from fellow leaders. As a common man we also expect discipline from them.
The reason of failure, in my opinion, is the fraction between the fellow leaders, who due to their personal interest not supporting an honest CM.
Also there is injecting new blood in Congress, revived the Congress party.
i M TOATALLY AGREE WITH ABOVE POST..
ReplyDeleteTHAT
[B]
"Victory has many fathers and defeat is orphan."
In my opinion Khanduri can not be blamed. He is one of the best and honest CM so far in Uttarakhand. Being a disciplined CM it is also imperative to expect the discipline from fellow leaders. As a common man we also expect discipline from them.
The reason of failure, in my opinion, is the fraction between the fellow leaders, who due to their personal interest not supporting an honest CM.
Also there is injecting new blood in Congress, revived the Congress party.[/B]
BJP ki policy hi haar ka sabse bada kaaran hai, BJP janta ke karyon par khari nahin uttar payi
ReplyDeleteI am really surprised the result of Uttarakhand. I was thinking BJP will win 3-4 seats. But it goes totaly oposit. What the main reason I do not know. But BJP want to go deeply and some solution for that
ReplyDelete"Jai Uttarakhand"
ReplyDelete"Jo jesa Karega vesa Bharega"
Harish Sati
09990646343
This is the worst result for BJP. That was not expected from them. As per me they lost because they are not one. All leaders are on different tracks.
ReplyDeleteMr. B.C. Khanduri is not capable to adjust with other leaders.