Monday, 11 May 2009
केदारनाथ यात्रा के पड़ाव गौरीकुंड से हटे चार हजार घोड़े
रुद्रप्रयाग, : गौरीकुंड से केदारनाथ तक पैदल न चल सकने वाले यात्रियों को ले जाने वाले घोड़ों में अज्ञात बीमारी के कारण चार हजार घोड़ों को इस काम हटा लिया गया है। केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को अब चौदह किलोमीटर का सफर पैदल ही तय करना पड़ रहा है।
केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को गौरीकुंड से पैदल जाना पड़ता है। यहां जिला पंचायत में सत्रह सौ घोड़े- खच्चरों का रजिस्ट्रेशन है। जबकि हर साल हजारों की संख्या में घोड़े-खच्चर यात्रियों की सुविधा के लिए उपलब्ध रहते हैं। यात्रा सीजन की शुरुआत होते ही इस बार भी यहां सैकड़ों पशुपालक पांच हजार के करीब घोड़े-खच्चर लेकर पहुंच गए थे, लेकिन यहां आते ही घोड़ों को अज्ञात संक्रामक बीमारी ने चपेट में ले लिया। अब तक एक दर्जन घोड़ों की मौत हो चुकी है। वर्तमान में यहां महज पांच से सात सौ घोड़े, खच्चर ही शेष रह गए हैं। यात्रा मार्ग से घोड़ों के हटने से यात्रा पर विपरीत प्रभाव पडऩे की आशंका बढ़ गई है। इसके चलते केदार यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों को खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। मुख्य विकास अधिकारी एमएस कुटियाल का कहना है कि गौरीकुंड में विशेषज्ञों की टीम पहुंच गई है और बीमारी की जांच शुरू कर दी गई है।
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