Saturday, 2 May 2009

मंत्रोच्चारण के साथ खुले बदरीनाथ के कपाट

- पहले दिन सात हजार श्रद्धालुओं ने किए दर्शन बदरीनाथ (चमोली) : करोड़ों हिंदुओं के आस्था के केंद्र बदरीनाथ धाम के कपाट शुक्रवार को वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ रावल बद्री प्रसाद नंबुदरी ने ग्रीष्मकाल के लिए श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए। पहले दिन करीब सात हजार श्रद्धालुओं ने बदरीविशाल के दर्शन किए। शुक्रवार सुबह 9 बजकर 10 मिनट पर रावल बदरी प्रसाद नंबुदरी ने कपाट खुलने के उपरांत सर्वप्रथम उद्धव एवं कुबेर की प्रतिमा को बदरीश पंचायत में गर्भ गृह के अंदर विराजित किया। और महालक्ष्मी की प्रतिमा को गर्भ गृह से बाहर लाकर परिक्रमा स्थित लक्ष्मी के मंदिर में स्थापित किया। अखंड ज्योति के दर्शन के साथ ही शुक्रवार को प्रथम दिन श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में भगवान के शरीर से छह माह बाद निकाली गई ऊन की घृत कंबल की चोली को वितरित किया गया। शुक्रवार को प्रथम दिन अखंड ज्योति के दर्शन करने वालों में मंदिर समिति के अध्यक्ष अनुसूया प्रसाद भट््ट, एसएसबी श्रीनगर के आईजी आरएस नेगी, सीमांत ग्राम माणा के हक हकूकधारियों समेत हजारों श्रद्धालु मौजूद थे।

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