Thursday, 28 May 2009

पौड़ी के खिर्सू में खुला एफआरआई का सेंटर

पौड़ी जनपद के ग्रामीण भी अब वानिकी में रोजगारपरक प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। पर्यटन गांव खिर्सू में वानिकी अनुसंधान संस्थान एफआरआई का केंद्र खुल गया है। इससे न सिर्फ ग्रामीणों में वन संरक्षण के प्रति जागरुकता लाई जा सकेगी, बल्कि विभागीय पहलों से भी जोड़ा जा सकेगा। इस दौरान वन अनुसंधान संबंधी कार्यशाला के जरिए स्थानीय लोगों को विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी दी गई। मंगलवार को मंडल मुख्यालय से करीब 25 किमी की दूरी पर स्थित पर्यटन गांव खिर्सू में आयोजित कार्यक्रम में भारतीय वन अनुसंधान व शिक्षा परिषद (आईसीएफआरई) के महानिदेशक जगदीश किशवान ने एफआरआई सेंटर का उद्घाटन किया। इस दौरान अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि इस वन अनुसंधान स्टेशन में ग्रामीण अंचलों के लोगों को वानिकी व जड़ी-बूटियों के उपयोग संबंधी रोजगारपरक प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल स्टेशन में एक वैज्ञानिक और एक रेंजर की नियुक्ति कर दी गई है। जल्दी ही अन्य पदों पर भी नियुक्तियां कर दी जाएंगी। डा. किशवान ने बताया कि इस केंद्र में जड़ी-बूटी, रिंगाल व अन्य औषधीय पादपों पर शोध भी किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्य दो माह शुरू हो जाएगा। जिसमें स्थानीय लोगों को वानिकी से रोजगार जुटाने का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसका प्रशिक्षण लेने के बाद यहां के बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल सकेगा। इससे यहां की विलुप्त हो रही जड़ी बूटियों का संरक्षण व संव‌र्द्धन भी हो सकेगा।

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