Saturday, 30 May 2009

आईएएस बनना चाहती है दृष्टिहीन सुप्रिया

-एनआईवीएच के आदर्श विद्यालय की छात्रा ने सीबीएसई परीक्षा में प्राप्त किए 86.4 प्रतिशत अंक -शत प्रतिशत रहा परिणाम, 14 में से 13 प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण देहरादून, कुदरत ने भले ही उनके साथ नाइंसाफी की हो, लेकिन अपने जज्बे, परिश्रम और फौलादी इरादों से उन्होंने इस अभिशाप को भी बौना कर दिया। बात हो रही देहरादून के नेशनल इंस्टीट्यूट आफ विजुअली हैंडीकैप्ड (एनआईवीएच) के दृष्टिहीन छात्र-छात्राओं की, जिन्होंने सीबीएसई में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। इनमें सुप्रिया (86.4), विनीता नेगी (85.2) व पीयूष गुप्ता(80.4) ने स्कूल का नाम रोशन किया। टॉपर सुप्रिया आईएएस अधिकारी बन देश की सेवा करना चाहती है। सीबीएसई 12 वीं में शानदार प्रदर्शन के बाद एनआईवीएच स्थित आदर्श विद्यालय के दसवीं कक्षा के छात्रों ने भी परचम फहराया। परीक्षा में शामिल हुए 14 छात्रों में से 13 ने प्रथम श्रेणी व एक ने द्वितीय श्रेणी के साथ सफलता प्राप्त की। स्कूल की टॉपर रहीं गया, बिहार की सुप्रिया मध्यम वर्गीय परिवार से हैैं। सुप्रिया ने 86.4 प्रतिशत अंकों के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की। सुप्रिया आईएएस अधिकारी बन देश की सेवा करना चाहती हैैं। उनका कहना है कि इरादा मजबूत हो तो लक्ष्य मिल ही जाता है। अपनी सफलता के लिए वह शिक्षकों, माता-पिता व दोस्तों को श्रेय देती हैैं। दूसरे स्थान पर रहीं ऊधमसिंह नगर, उत्तराखंड की विनिता नेगी (85.2) व हिमाचल प्रदेश के रहने वाले पीयूष गुप्ता भी मध्यम वर्गीय परिवार से ही हैैं। विनिता अपनी सफलता के लिए माता-पिता व शिक्षकों श्रेय देते हैैं। स्कूल के प्रधानाचार्य कमलबीर सिंह जग्गी ने बताया कि स्कूल के सभी छात्र-छात्राओं ने आशातीत प्रदर्शन किया है। बारहवीं व दसवीं दोनों में स्कूल का परिणाम शत प्रतिशत रहा है। इसके पीछे छात्रों की लगन और शिक्षकों की मेहनत ही मुख्य वजह है। उन्होंने कहा कि स्कूल के छात्रों ने साबित कर दिया कि भगवान ने उन्हें आखें भले ही न दी हों पर हौसला व जज्बा किसी से कम नहीं है। उन्होंने छात्र-छात्राओं व अभिभावकों को बधाई प्रेषित की।

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