Friday, 13 March 2009

जल रहे जंगल, आंगन तक पहुंची आग

नगर क्षेत्र से सटे बद्रीननाथ डिविजन के नदंप्रयाग रेंज के बरसाली, उ6मटा के चीड़ के जंगलों में लगी आग ने भयंकर रूप ले लिया है। आग की तेज लपटों से जंगल धू-धू कर जलने लगा है। मंगलवार देर शाम अचानक लगी आग की लपटों ने अब पूरे जंगल को अपने आगोश में ले लिया है।इसे कर्णप्रयाग-गोपश्वर मोटर मार्ग से सटे नजदीकी आवासीय मकान और विद्युत विभाग के पावर हाउस के लिए खतरा पैदा हो गया है। अलकनंदा वन प्रभाग के वनाधिकारी एएल सैलानी तथा चद्र लोहनी ने बताया कि उनके तथा बद्रीनाथ वन प्रभाग के वनाधिकारियों द्वारा सुबह से ही आग बुझााने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हंै। लेकिन जनसहयोग न मिलने के कारण आग बुझााने मेंं अभी तक सफलता नहीं मिल पाई है। दावानल की भेंट चढ़ा आवासीय भवनउ8ारकाशी। उ8ारौ गांव के घुगाण नामे तोक में दावानल की चपेट में आने से एक मकान जल कर स्वाह हो गया। प्रभावित परिवार ने प्रशासन से आर्थिक सहायता की मांग की है। कंट्रोल बर्निंग के नाम पर जंगलों में लगाई जा रही आग अनियंत्रित होकर आबाद बस्ती सहित बांज, बुरांस के जंगलों की ओर रुख कर रही है। बुधवार की रात असीगंगा क्षेत्र के जंगलों में लगी आग की चपेट में आने से उ8ारौ गांव निवासी उमाशंकर भट्ट का मकान सामान सहित जल कर स्वाह हो गया। भवन स्वामी उस समय परिवार सहित किसी रिश्तेदार के यहां सिरोर गांव गया हुआ था, अन्यथा जनहानि भी हो सकती थी। गरीबी की रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले इस परिवार के पास अब न तो सिर छिपाने के लिए जगह है और न ही खाने और पहनने को कुछ। प्रभावित ग्रामीण ने इस संबंध में डीएम को पत्र लिखकर दावानल से हुई क्षति की भरपाई की मांग की है।भड़की आग, लाखों की वन संपदा स्वाहनई टिहरी। जिला मु2यालय से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर ढाइजर में बृहस्पतिवार को आग से दिन भर जंगल धू-धूकर जलता रहा। बाद में फायर ब्रिगेड की मदद से किसी तरह आगे पर काबू पाया जा सका।

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