Saturday, 14 March 2009

गढ़वाल के जंगल आग की चपेट में केदारघाटी के घने जंगल दावानल की चपेट में हैं।

अमूल्य वन संपदा धू-धूकर जल रही है। घाटी में पेड़-पौधों के जलने से चारों ओर धुंध फैल गई है। आग इतनी भयंकर है कि सांस लेते व1त कच्ची वनस्पतियों की जलने की गंध और घुटन महसूस की जा रही है। ग्रामीणों द्वारा सिविल वन भूमि में लगाई आग रिजर्व फॉरेस्ट में पहुंच गई है। यहां जंगल सिविल फॉरेस्ट तथा वन प्रभाग रुद्रप्रयाग और केदारनाथ सेंचुरी एरिया में विभाजित हैं। इन दिनों फिर त्यूड़ी-बणसू के ऊपर से लेकर फाटा-रामपुर तक कई हे1टेअर वन क्षेत्र में आग लगी हुई है। इधर, वन विभाग का कहना है कि इन दिनों ग्रामीण खेतों में कूड़ा करकट या सिविल फॉरेस्ट कूड़ा-करकट जलाते हैं। लापरवाही के चलते यह आग जंगलों में फैल रही है। आग पर नियंत्रण पाने वन्य कर्मी जुटे हुए हैं।जोशीमठ। विश्वधरोहर नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के कोर जोन में आग फैलने से बचाया। पार्क के कई अन्य जंगल धू-धू कर जल रहे हैं। नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क क्षेत्र के लाता वन पंचायत क्षेत्र का पांच हे1टेयर वन जलकर खाक हो गया। यह आग न केवल लाता वन पंचायत क्षेत्र बल्कि सूखी वन पंचायत और सूखी रिजर्व फॉरेस्ट के अलावा झाडकुला रिजर्व कंपार्ट नं दो में भी फैली है। पार्क के उप प्रभागीय वनाधिकारी आईएस नेगी के नेतृत्व में जोशीमठ, बडागांव, तपोवन, रैणी व सुराईथोटा में तैनात वनकर्मियों का दल बीती रात्रि को ही क्षेत्र में पहुंच गया, जो रात्रि से ही आग बुझााने के लिए मश1कत कर रहा है। पार्क के कार्यालय सूत्रों के अनुसार आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है।पौड़ी। यहां कण्डोलिया के जंगल और बैंग्वाड़ी गांव के जंगल में आग भड़की हुई है, जिससे कई हे1टेयर क्षेत्रफल वन संपदा जलकर राख हो गई है। लोगों द्वारा इसकी सूचना वन विभाग को दे दी। बाद में वन विभाग की टीम ने मौके पर आकर बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया। इसके कुछ देर बाद पौड़ी मु2यालय के सामने बैंग्वाड़ी जंगल में अचानक तीन चार जगह से आग भड़क गई। गढ़वाल वन प्रभाग के सहायक प्रभागीय वनाधिकारी...

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