Tuesday, 17 March 2009

अगस्त्यमुनि केंद्रीय विद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया पर रोक

Mar 16, अगस्त्यमुनि (रुद्रप्रयाग)। केंद्रीय विद्यालय अगस्त्यमुनि को सरकार द्वारा भूमि उपलब्ध न करने से विद्यालय संगठन ने प्रवेश प्रक्रिया पर रोक लगा दी है। 15 फरवरी से प्रवेश प्रक्रिया शुरू होनी थी। जन आंदोलन के कारण वर्ष 2004 में केंद्रीय विद्यालय अगस्त्यमुनि को कक्षा संचालन के लिए विद्यालय संगठन द्वारा स्वीकृति प्रदान हुई थी, जो आज भी पुराने हास्पिटल के दस कमरों में किराए पर संचालित हो रहा है। विद्यालय में कक्षा 1 से 8 तक 220 छात्र-छात्राएं पठन पाठन कर रहे है। नए शिक्षण सत्र के लिए पन्द्रह फरवरी से प्रवेश प्रक्रिया शुरू होनी थी, लेकिन सरकार द्वारा विद्यालय के लिए भूमि उपलब्ध न कराने से विद्यालय संगठन मुख्यालय देहरादून ने नए प्रवेश प्रक्रिया पर रोक लगा दी है। जब तक विद्यालय को भूमि उपलब्ध नहीं होती है, तब तक प्रवेश प्रक्रिया असमंजस की स्थिति में है। विद्यालय का शिक्षा सत्र समाप्त होने ही वाला है, लेकिन कक्षा 8 उत्तीर्ण करने वाले छात्रों को कक्षा 9 में प्रवेश न मिला तो उनका भविष्य अधर में लटक जायेगा। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष जसपाल लाल, पूर्व ब्लाक प्रमुख विनोद चन्द्र, वरिष्ठ कांग्रेस नेता बीरेन्द्र बुटोला का कहना है कि राज्य सरकार लोगों की समस्याओं पर कोई ध्यान न देने से विद्यालय की ऐसी स्थिति बनी हुई है। इससे अभिभावकों व क्षेत्रीय लोगों को विद्यालय के प्रति अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। विद्यालय के प्राचार्य सतीश कुमार ने बताया कि विद्यालय के लिए तीन हेक्टेयर से अधिक भूमि के लिए राज्य सरकार से बार-बार पत्र लिख रहे है, लेकिन भूमि उपलब्ध न होने से विद्यालय संगठन देहरादून ने नए प्रवेश प्रक्रिया पर रोक लगा दी है।

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