Wednesday, 18 March 2009

जनपद के कई गांवों में बाघ का आतंक

Mar 18, बागेश्वर। जनपद के कई गांवों में बाघ का आतंक जारी है। जिस कारण गांवों में भय का माहौल व्याप्त है। ग्रामीणों की मांग के बाद भी विभाग इसे गम्भीरता से नहीं ले रहा है। जिस कारण ग्रामीणों में भय व्याप्त है। बाघ ने गत दिवस भटखोला गांव में दो बकरियों को अपना शिकार बना लिया। जनपद के भटखोला गांव में गत दिवस बाघ ने गौशाले में घुसकर देवेंद्र सिंह व नंदन सिंह की बकरियों को अपना निवाला बना दिया ग्रामीणों ने बताया कि काफी हो हल्ला मचाने के बाद भी बाघ नहीं भागा। ग्राम प्रधान हेमा देवी ने बताया कि क्षेत्र में बाघ दिन दहाड़े घूम रहा है जिससे गांव में भय बना हुआ है उन्होंने वन विभाग से प्रभावित पशु पालकों को मुआवजा प्रदान किए जाने व बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाए जाने की मांग की है। इसके अलावा विकास खंड के जौलकांडे, गरुड़ की देवनाई घाटी में भी बाघ का आतंक छाया हुआ है जिस कारण गांवों में बच्चों का स्कूल जाना दूभर हो गया है। ग्रामीणों ने कहा कि इस संबंध में कई बार वन विभाग को अवगत करा दिया है तथा अधिकारियों ने पूर्व में गांव में पिंजरा लगाए जाने का आश्वासन दिया था परंतु अब तक पिंजरा नहीं लगाया गया है उन्होंने विभाग से शीघ्र पिंजरा लगाने की मांग की है कहा कि भविष्य में किसी पर अगर बाघ ने हमला किया तो इसके जिम्मेदार वन विभाग के अधिकारी रहेगे।

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