Wednesday, 18 March 2009

केन्द्रीय विद्यालय: मामला न सुलझा तो होगा जनांदोलन

Mar 18, अगस्त्यमुनि (रुद्रप्रयाग)। केन्द्रीय विद्यालय अगस्त्यमुनि में नए शिक्षा सत्र में छात्रों को प्रवेश न दिए जाने को लेकर नाराज क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र इस मसले को शासन-प्रशासन हल नहीं करता है तो जनता सड़कों पर उतरने को बाध्य होगी। अगस्त्यमुनि में आयोजित बैठक में जनप्रतिनिधियों ने कहा कि शासन-प्रशासन की अनदेखी के चलते केन्द्रीय विद्यालय बंदी की कगार पर पहुंच गया है। विद्यालय प्रशासन ने नए शिक्षा सत्र से छात्र-छात्राओं के प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। उन्होंने कहा कि इस स्थिति के चलते विद्यालय में अध्ययनरत सैकड़ों छात्र-छात्राओं के भविष्य पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। बैठक में जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह बुडेरा ने कहा कि जिला प्रशासन व सरकार की लचर कार्य प्रणाली के चलते केन्द्रीय विद्यालय को अभी तक भवन निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को तत्काल इस मामले अग्रिम कार्यवाही करते हुए केन्द्रीय विद्यालय के लिए भूमि का चयन कर शीघ्र भवन निर्माण की कार्यवाही पूरी होनी चाहिए। बैठक में जनप्रतिनिधियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि शीघ्र इस मसले का हल नहीं हुआ तो क्षेत्र की समस्त जनता सड़कों पर उतरने को बाध्य होगी। इस मौके पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता वीरेन्द्र सिंह बुटोला, पूर्व प्रधान कुवंर लाल, पूर्व प्रमुख विनोद चन्द्र, कुवंर सजवाण, पृथ्वीपाल रावत, हर्षवर्धन बेंजवाल सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

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