Monday, 9 March 2009
पालीटेक्निकों को मिलेंगे मुखिया व एचओडी
९.३.९
, देहरादून सूबे के पालीटेक्निकों को अब ज्यादा दिन मुखिया के बगैर नहीं रहना पड़ेगा। सरकार ने लेक्चरर को वरिष्ठता के आधार पर प्रधानाचार्य व विभागाध्यक्ष (एचओडी) के रिक्त तकरीब 50 पदों पर प्रोन्नति का फैसला किया है। प्राविधिक शिक्षा निदेशालय के प्रधानाचार्यो के 13 व एचओडी के 37 रिक्त पदों पर पदोन्नति के प्रस्ताव पर शासन ने अपनी सहमति दी है। इस संबंध में तकनीकी शिक्षा सचिव राकेश शर्मा अफसरों की बैठक में मानक शिथिल करने और डीपीसी के विकल्प पर भी विचार कर चुके हंै। अब नियमित नियुक्ति तक वरिष्ठता के आधार पर लेक्चरर को कार्यवाहक प्रधानाचार्य का जिम्मा सौंपा जाएगा। आचार संहिता की वजह से यह फैसला फिलहाल चुनाव तक लागू नहीं होगा। नियमानुसार पांच साल के अनुभव के बाद लेक्चरर एचओडी बनने के पात्र हैं, जबकि एचओडी के रूप में सात साल अथवा बतौर लेक्चरर 15 साल का अनुभव प्रधानाचार्य पद के लिए वांछित है। बीते दिनों डेढ़ दर्जन से ज्यादा पदों पर नियमित प्रधानाचार्यो की नियुक्ति हो चुकी है। अब प्रधानाचार्यो के 13 रिक्त पदों में एक पर पदोन्नति व पांच पर सीधी भर्ती के लिए राज्य लोक सेवा आयोग को अधियाचन भेजा गया है। अनुसूचित जाति के छह व अनुसूचित जनजाति के एक रिक्त पद समेत कुल सात पदों पर पदोन्नति से तैनाती होगी। ऐसे लेक्चरर जिनकी पदोन्नति पात्रता की शर्ते पूरी करने में ज्यादा समय शेष नहीं है, उन्हें कार्यवाहक प्रधानाचार्यो के तौर पर तैनाती मिलेगी।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment