Friday, 13 March 2009

बैजनाथ में बनेगी कृत्रिम झील

गरुड़ (बागेश्र्वर): प्रसिद्ध ऐतिहासिक धार्मिक स्थल बैजनाथ में कृत्रिम झील के निर्माण की शासन ने कवायद शुरू कर दी है। झील निर्माण के लिए 11 करोड़ की धनराशि भी स्वीकृत कर दी गई है। इसके निर्माण से बैजनाथ में पर्यटक नौकायन का लुत्फ उठा सकेंगे। कत्यूर घाटी के लोग पिछले 25 साल से इस झील के निर्माण की मांग कर रहे थे। बैजनाथ मंदिर के समीप पिछले वर्ष कृत्रिम झील के निर्माण का शिलान्यास किया गया था। तभी से कत्यूर घाटी के लोगों में झील निर्माण की उम्मीद जग गयी थी। हाल ही में शासन ने झील निर्माण के लिए 11 करोड़ की धनराशि भी स्वीकृत कर निर्माण कार्य जल्द शुरू करने का रास्ता साफ कर दिया। कभी कत्यूरी राजाओं की राजधानी रहे बैजनाथ में झील के निर्माण से पर्यटन को नया आयाम मिलेगा। वर्ष 1987 में तत्कालीन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बीर बहादुर सिंह के समक्ष कत्यूर के लोगों ने बैजनाथ में कृत्रिम झील निर्माण का प्रस्ताव रखा था। उस वक्त उन्होंने झील निर्माण की सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान कर दी थी। राज्य गठन के बाद बैजनाथ में झील निर्माण की मांग ने एक बार फिर जोर पकड़ा। पूर्व मंत्री राम प्रसाद टम्टा व तत्कालीन राज्य मंत्री गोपाल दत्त भट्ट ने भी झील निर्माण की आवाज उठाई। बाद में विधायक चंदन दास ने सरकार से धन आवंटित करवाकर इसका विधिवत शिलान्यास भी करवाया। झील निर्माण से जहां नौकायन व मत्स्य पालन को बढ़ावा मिलेगा वहीं कत्यूर घाटी में सिंचाई योजनाओं का भी विस्तार हो सकेगा।

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