Monday, 2 March 2009
छोटी उम्र में बड़ा कारनामा
देहरादून, नाम: मरीश कुमार देवगन। उम्र: 14 वर्ष। कक्षा: सातवीं। स्कूल: दि एशियन स्कूल, देहरादून। उपलब्धि: बंजी जंपिंग में वर्ल्ड रिकार्ड। सितार वादक अग्नि वर्मा के गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज कराने के एक माह के भीतर ही दून के खाते में एक और उपलब्धि आ गई है। इस बार एशियन स्कूल के छात्र मरीश कुमार देवगन ने विश्व स्तर पर देहरादून व सूबे का नाम रोशन किया है। मरीश ने दुनिया के सबसे ऊंचे बंजी जंपिंग टावर मकाऊ, हांगकांग से जंप लगाकर वर्ल्ड रिकार्ड बनाने का कारनामा कर दिखाया है। खास बात यह कि बंजी जंपिंग का उनका यह पहला प्रयास था। शनिवार को एशियन स्कूल में आयोजित पत्रकार वार्ता में मरीश ने वर्ल्ड रिकार्ड बनाने के बाद अनुभव बांटे। मरीश ने बताया कि गत 10 जनवरी को हांगकांग के मकाऊ टावर से उन्होंने जंप लगाई थी। उस वक्त पता नहीं था कि यह वर्ल्ड रिकार्ड बन जाएगा। यह छलांग 233 मीटर की थी और टावर से यह दूरी उन्होंने 4 सेकंड में 200 किमी प्रति घ्ंाटे की रफ्तार से पूरी की। मरीश ने बताया कि उनके पिता मनोज कुमार देवगन व माता रजनी देवी हांगकांग में व्यवसायी हैं। पिता ने उन्हें साहसिक खेलों के प्रति प्रोत्साहित किया। छलांग के दौरान टावर पर वे भी मौजूद थे। मरीश के मुताबिक बंजी जंपिंग का उनका यह पहला प्रयास था। इससे पहले एक बार वह स्काइ जंप भी कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि स्विट्जरलैंड के विख्यात जंपर एजे हक्केट की देखरेख में उन्होंने यह सफलता प्राप्त की। इंजीनियरिंग के क्षेत्र में करियर बनाने की इच्छा रखने वाले मरीश ने सफलता पर अपने अध्यापकों का भी आभार जताया। क्या मिला: ब्रुकलिन में आलीशान घर, पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति, एनर्जी ड्रिंक माइलो के साथ दो वर्षीय विज्ञापन अनुबंध, वैश्विक स्तर पर फ्री स्टंट देने की अनुमति।
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