Wednesday 6 May 2009

केदारधाम : कई भाषाओं में लगेंगे दिशा-निर्देशन बोर्ड

रुद्रप्रयाग। करोड़ों हिंदुओं के आस्था का केंद्र केदारनाथ धाम के १४ किमी पैदल रास्ते में तीर्थयात्रियों की सहायता के लिए जगह-जगह लगे बोर्ड हिंदी के साथ ही अन्य भाषा भी लिखे मिलेंगे। इसके लिए जिला प्रशासन ने कार्ययोजना भी तैयार कर दी है।ज्ञात हो कि देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों को गौरीकुंड से केदारपुरी धाम तक की १४ किमी की दूरी तय करने के लिए घोड़े, डंडी और कंडी की आवश्यकता होती है, लेकिन घोड़ा पड़ाव गौरीकुंड के साथ ही तमाम रास्ते में जिला पंचायत द्वारा तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए लगवाए गए दिशा-निर्देशन बोर्ड सिर्फ हिंदी में अंकित हैं। जो तीर्थयात्रियों के पल्ले कुछ भी नहीं पड़ता है, लिहाजा यात्री ठगी का शिकार हो जाते हैं। डीएम दिलीप जावलकर ने गौरीकुंड के साथ ही प्रत्येक स्थानों पर जहां भी दिशा-निर्देशन से संबंधित बोर्ड लगे हैं, वहां पर अन्य भाषा के बोर्ड लगाने के निर्देश संबंधित विभाग को दिए हैं। डीएम श्री जावलकर ने कहा गौरीकुंड घोड़ा पड़ाव में घोड़ा, डंडी और कंडी के लिए हिंदी भाषा में लगे रेट लिस्ट बोर्ड के साथ ही अन्य भाषा में अंकित बोर्ड भी लगवाए जाएंगे, जिससे तीर्थयात्रियों को इधर-उधर न भटकना पड़े।"

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