Saturday, 7 March 2009
राजभवन में नौकरी के नाम पर लाखों ठगे
देहरादून, राजभवन में नौकरी दिलाने के नाम पर ग्यारह लाख रुपये ठगने का मामला प्रकाश में आने से पुलिस अफसरों के हाथ-पांव फूल गए। बताया जा रहा है कि आरोपी ने खुद को पूर्व राज्यपाल का रिश्तेदार बताकर दो सगे भाईयों से ठगी की है। मामले में संज्ञान लेते हुए एसएसपी अमित सिन्हा ने क्षेत्राधिकारी कोतवाली को जांच सौंपी है। राजभवन का नाम इस्तेमाल होने के चलते एसएसपी ने हर पहलू को ध्यान में रख गोपनीय जांच करने के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार को ग्राम हरजोलीजट थाना मंगलौर जिला हरिद्वार निवासी राजबीर सिंह, एसएसपी अमित कुमार सिन्हा के कार्यालय पहुंचा और ग्यारह लाख रुपये ठगे जाने की शिकायत दर्ज कराई। राजबीर ने एसएसपी सिन्हा को बताया कि उसने मसूरी में एक होटल किराए पर ले रखा है। इस होटल में संजय अग्रवाल नाम का एक व्यक्ति अकसर आता-जाता था। उसके मुताबिक वह खुद को एक पूर्व राज्यपाल का करीबी रिश्तेदार बताता था। इस वजह से दोनों में दोस्ती हो गई। राजबीर के मुताबिक संजय गोविंदगढ़, देहरादून में किराये के मकान में रहता था। वह कई बार संजय के मकान में गया तो वहां उसने कुछ फोटो भी दिखाए। आरोप है कि एक वर्ष पूर्व संजय ने राजबीर को उसके दोनों बेटों को राजभवन में कंप्यूटर आपरेटर के पद पर नौकरी दिलाने का लालच दिया। इसकी एवज में उसने बारह लाख रुपये की डिमांड की। राजबीर ने एसएसपी को बताया कि उसने गांव की जमीन बेचकर 11 लाख रुपये का बंदोबस्त किया और बेटों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों समेत संजय को सौंप दिए। आरोप है कि कई माह तक संजय टाल-मटोल करता रहा। जब उसने पैसे वापस मांगे तो संजय ने जान से मारने की धमकी दी। आरोपी द्वारा ठगी के लिए राजभवन का नाम इस्तेमाल किए जाने को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने इस प्रकरण की जांच सीओ जीसी टम्टा सौंपी है। चार बार ले गया राजभवन राजबीर ने पुलिस को बताया कि संजय उसे चार बार राजभवन लेकर गया। वहां एक उच्च अफसर से चाय पर मुलाकात कराई।
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