Saturday, 7 March 2009
प्रदेश में ऐसी भी है शिक्षा की तस्वीर
एक तरफ तो सीबीएसई बोर्ड से कदमताल करने की कोशिश और दूसरी तरफ ऐसी व्यवस्था की शिक्षा व्यवस्था को शर्म आ जाए। कुछ ऐसा ही हो रहा है राजधानी क्षेत्र के एक स्कूल में। मु2यमंत्री आवास से चंद दूरी पर स्थित एक राजकीय इंटर कालेज में उ8ाराखंड बोर्ड परीक्षार्थी टाट-पट्टी पर बैठकर परीक्षा दे रहे हैं।बोर्ड परीक्षा देना किसी भी छात्र के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। लेकिन परीक्षा के दौरान न सिर्फ माहौल बल्कि बैठने की भी व्यवस्था भी छात्रों के प्रदर्शन को प्रभावित करती है। वैसी स्थिति में यह सोचने की बात है कि अगर जिन परीक्षार्थियों को टाट-पट्टी पर बैठकर परीक्षा देनी पड़े तो सुविधापूर्ण ढंग से परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों के साथ कैसे मुकाबला करेंगे। मु2यमंत्री आवास से चंद दूरी पर स्थित राइका गजियावाला में इन दिनों उ8ाराखंड बोर्ड के १३० छात्र-छात्राएं परीक्षा दे रहे हैं। जिनमें से ३१ इंटरमीडिएट के और ९९ परीक्षार्थी १०वीं बोर्ड के। लेकिन १०वीं बोर्ड के परीक्षार्थियों को टाट-पट्टी पर बैठकर परीक्षा देना पड़ रहा है। 1योंकि इस कालेज में बेंच के मात्र इतने ही सेट हैं जिनपर अधिकतम ५० छात्र-छात्राएं बैठकर परीक्षा दे सकें। इस स्कूल में १०वीं बोर्ड की परीक्षा दे रही छात्रा कंचन मकड़ेती, रवीना मकड़ेती, सोनी, वैशाली आदि ने कहा कि जब शिक्षा विभाग द्वारा ही ऐसी व्यवस्था की गई है तो उनके सामने इसी व्यवस्था के साथ चलना मजबूरी है। इस क्षेत्र की ग्राम प्रधान गीता खत्री ने बताया कि इस समस्या से विद्यालय की ओर से खंड शिक्षा अधिकारी को सूचित भी किया जा चुका था। लेकिन शिक्षा विभाग की ओर से कोई भी व्यवस्था नहीं की गई।
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