Thursday, 5 March 2009
दरबार में झंडे का आरोहण 15 को
देहरादून, : द्रोणनगरी में हर साल लगने वाले ऐतिहासिक झंडा मेले की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। दरबार साहिब में झंडा 15 मार्च को पंचमी के दिन चढ़ाया जाएगा। झंडा मेले की परंपरा के अनुसार पंजाब की पैदल संगत के लिए 5 मार्च को विहलौलपुर के महंत बियंत दास के नाम का हुक्मनामा बड़ा गांव ले जाया जाएगा, जहां से 7 मार्च को वापसी होगी। 8 मार्च के दिन द्वादशी को श्री महाराज पैदल संगत के स्वागत में सहसपुर स्थित श्री गुरु रामराय इंटर कालेज जाएंगे, जहां भजन-कीर्तन व प्रसाद वितरण के बाद उनकी दरबार साहिब में वापसी होगी। त्रयोदशी के दिन 9 मार्च को श्री महाराज पैदल संगत के स्वागत को कांवली गांव स्थित प्राइमरी स्कूल पहुंचेंगे और इसी दिन संगत का आना आरंभ हो जाएगा। इसके बाद चतुर्दशी व पूर्णिमा को होली का त्योहार मनाया जाएगा। पड़वा एवं द्वितीय को संगत के दरबार साहिब में पहुंचने के उपरांत वहां गिलाफ की सिलाई होगी। साथ ही दरबार साहिब में अनेक स्थानों पर लंगर चलेंगे।तृतीय को पूर्वी संगत यानि बिजनौर, मुरादाबाद, ज्योतिबाफुलेनगर व ऊधमसिंह नगर के सेवकों का चढ़ावा पुरानी प्रथा के अनुसार किया जाएगा। चौथ को सायंकाल में पूर्वी संगत के मसंदों को श्री महाराज द्वारा प्रसाद, ताबीज एवं आशीर्वाद दिया जाएगा। पंचमी के दिन 15 मार्च को सुबह आठ से नौ बजे के बीच झंडे को उतारकर सेवकों द्वारा दही, घी एवं गंगाजल से स्नान कराया जाएगा। 10 बजे से सादा लिहाफ चढ़ाने को कार्यक्रम आरंभ होगा और दोपहर बाद एक बजे शनील के गलेफ चढ़ाए जाएंगे। अंत में जलादोवाला (पंजाब) निवासी करतार सिंह पुत्र बचन सिंह द्वारा दर्शनी गलेफ चढ़ाया जाएगा। शाम पांच बजे श्री महाराज के हाथों झंडे का आरोहण होगा। 16 मार्च को दिनभर श्री महाराज सेवकों को आशीर्वाद देंगे और 17 मार्च को सेवकों द्वारा पुराना नगर परिक्रमा की जाएगी। 18 मार्च की शाम खुशी का प्रसाद वितरण और 19 को पैदल
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