Thursday, 2 July 2009
यूएफएचटी मेडिकल कालेज को मिली मान्यता
ट्रस्ट पदाधिकारियों ने माना- प्रदेश के लिए है अभूतपूर्व सफलता
पीजी कोर्सेज खोलने की होगी तैयारी:सचिव
उत्तराखंड फारेस्ट हास्पिटल ट्रस्ट मेडिकल कालेज को लंबी कसरत के बाद आखिरकार भारत सरकार से एमबीबीएस पाठ्यक्रम के लिए मान्यता मिल गयी है। इसके साथ ही कालेज में अब पीजी कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया गया है।
यूएफएचटी के सचिव मोनिष मलिक ने बुधवार को एसटीएच सभागार में पत्रकार वार्ता में कहा कि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) ने निरीक्षण के बाद भारत सरकार को रिपोर्ट भेज दी थी। अब भारत सरकार के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय से लेटर ऑफ परमिशन मिल चुका है। यह सफलता प्रदेश के लिए गौरव की बात है। मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो. नारायण सिंह ज्याला का कहना है कि एमबीबीएस का पहला बैच पासआउट हो गया है। इस समय एक साल के लिए इंटर्नशिप कर रहा है। इसमें 92 छात्र-छात्रायें हैं। इसके बाद प्रदेश में चिकित्सकों का टोटा भी कम हो जाएगा। प्रो. ज्याला ने कहा कि कालेज में अब पीजी पाठ्यक्रम आरंभ किया जाएगा। इसमें एमडी, एमएस आदि विषय खोलने को लेकर सभी संसाधन व फैकल्टी जुटायी जा रही है। पीजी की पढ़ाई वाला यह उत्तराखंड का दूसरा और सरकारी क्षेत्र का पहला कालेज होगा। इस अवसर पर उपसचिव जीवन चन्द्र जोशी, चिकित्सा अधीक्षक डा. बलबीर छाबड़ा आदि उपस्थित थे।
सेवा नियमावली का मामला शासन में लंबित
हल्द्वानी। यूएफएचटी मेडिकल कालेज के सचिव मोनिष मलिक का कहना था कि सेवा नियमावली शासन में लंबित है। इसके लिए वह लगातार प्रयास कर रहे हैं। छठे वेतन आयोग के बारे में श्री मलिक का कहना है कि पहले ट्रस्ट में संख्या कम थी, इसलिए प्रबंध समिति की बैठक में ही सब कुछ हो जाता था लेकिन अब परिस्थितियां अलग हैं। संख्या भी दुगुनी हो गयी है। इसलिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।
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