Saturday, 12 September 2009
-हिमाचल से हर क्षेत्र में पिछड़ा उत्तराखंड
देहरादून
समान भौगोलिक परिस्थितियों वाले दो पड़ोसी राज्यों में हिमाचल प्रदेश विकास के हर सोपान में आगे निकल गया है। दोनों राज्यों के विकास संबंधी आंकड़े इसकी पुष्टि कर रहे हैं।
उत्तराखंड के नियोजन विभाग ने योजना आयोग के पास जाने से पहले पर्वतीय पड़ोसी राज्य हिमाचल के आंकड़े एकत्र कर इस उत्तराखंड से तुलनात्मक चार्ट बनाए थे। केंद्र के सामने इन्हीं आंकड़ों को रखकर उत्तराखंड के विकास में सहयोग मांगा।
इन आंकड़ों के अनुसार उत्तराखंड में प्रति हेक्टेयर उत्पादन 17.80 कुंतल है तो हिमाचल में 19.50 कुंतल है। उत्तराखंड में वनों के तहत रिपोर्टेट एरिया 61.10 तो हिमाचल में यह 24.10 प्रतिशत है। उत्तराखंड में प्रति हजार वर्ग किमी. पर 428.9 किमी. सड़कें हैं। हिमाचल में यह 429.58 किमी है।
उत्तराखंड में एक लाख आबादी पर 4185 फोन हैं तो हिमाचल में 7610। यहां आने वाले कुल पर्यटकों में से विदेशियों की संख्या 0.5 प्रतिशत है, तो हिमाचल में आंकड़ा 2.95 फीसदी है। उत्तराखंड में एक लाख आबादी पर दस कामर्शियल बैंक शाखाएं हैं तो हिमाचल में 13। यहां साक्षरता दर 71.6 तो हिमाचल में 77.13 फीसदी। प्राइमरी स्तर पर उत्तराखंड में 48.2 बच्चों पर एक शिक्षक है, हिमाचल प्रदेश में 21.78 बच्चों पर एक शिक्षक है। हायर सेकेंड्री स्कूलों की बात करें तो इस प्रदेश में में 28 बच्चों पर एक शिक्षक है तो पड़ोसी राज्य में 14.98 बच्चों पर। यहां एक लाख आबादी पर जूनियर बेसिक स्कूलों की संख्या 168 है तो हिमाचल में 174 है। एक लाख आबादी पर उत्तराखंड में 19 हायर सेकेंड्री स्कूल हैं तो हिमाचल 35। एक लाख आबादी पर उत्तराखंड में 0.94 डिग्री कालेज हैं, जबकि हिमाचल में 1.13।
एक लाख आबादी पर यहां 226 हेल्थ सेंटर हैं तो पड़ोसी राज्य में 438 हैं। उत्तराखंड में प्रति हजार आबादी पर जन्म दर 20.4 व हिमाचल में 17.4 फीसदी है। उत्तराखंड में 88 व हिमाचल में 99.4 फीसदी गांव विद्युतीकृत हैं। जाहिर है कि हिमाचल इस राज्य से हर क्षेत्र में आगे है।
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