Tuesday, 29 September 2009
-देश का प्रतिनिधित्व करेंगे उत्तराखंड के नौनिहाल
-जिनेवा में बाल अधिकारों की 20 वीं वर्षगांठ पर आयोजित सम्मेलन में शामिल होंगे दो बाल पत्रकार
-बैंकाक में अंतर्राष्ट्रीय बाल एवं युवा मीडिया उत्सव में भाग लेंगे एक युवा पत्रकार व दो बाल पत्रकार
-श्री भुवनेश्वरी महिला आश्रम से जुड़े हैं पांचों प्रतिभागी
देहरादून, :उत्तराखंड के ठेठ ग्र्रामीण अंचल से निकलकर राज्य के चार बच्चे व एक युवा पत्रकार अक्तूबर में आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। थाइलैंड की राजधानी बैंकाक में दो से चार अक्टूबर तक होने वाले यंग हार्ट युवा मीडिया उत्सव में राज्य के दो बाल व एक युवा पत्रकार अन्य देशों से आए बच्चों को पत्रकारिता के गुर सिखाएंगे। इसके अलावा जिनेवा में छह से नौ अक्तूबर के बीच होने वाली संयुक्त राष्ट्र बाल अधिकार कमेटी की बैठक में प्रदेश के दो होनहार राज्य में तैयार की गई वैकल्पिक रिपोर्ट पर चर्चा करेंगे।
अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में भाग लेने जा रहे पांचों प्रतिभागी राज्य की संस्था श्री भुवनेश्वरी महिला आश्रम से जुड़े हुए हैैं। संस्था ने चार साल पहले प्लान इंटरनेशनल के साथ मिलकर बाल पत्रकारिता कार्यक्रम 'उमंग(यूनिक मीडिया एप्रोच फार न्यू जेनरेशन)' की शुरुआत की थी। दोनों संस्थाएं एक दशक से बाल विकास पर कार्य कर रही हैैं। संस्था के सचिव ज्ञान सिंह रावत ने बताया कि यंग हार्ट युवा मीडिया उत्सव वर्ष 2007 में भारत, बांग्ला देश, थाइलैैंड, इंडोनेशिया व फिलीपींस ने शुरू किया था। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में सुरक्षा, शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना है। श्री रावत ने बताया कि तीन दिवसीय सम्मेलन में युवा पत्रकार दीपा झिांक्वाण, बाल पत्रकार पंकज व डिंपल बजेठा अन्य देशों से आने वाले बच्चों को सामाजिक फिल्म, रेडियो कार्यक्रम व प्रिंट मीडिया के गुर सिखाएंगे। इसके अलावा उत्तराखंड के बाल पत्रकारों द्वारा बाल अधिकारों पर तैयार की गई एनिमेशन व वीडियो फिल्म का प्रदर्शन भी किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा जिनेवा में छह से नौ अक्तूबर तक आयोजित होने वाली संयुक्त राष्ट्र बाल अधिकार कमेटी की बैठक में राज्य की बाल पत्रकार रेणुका सकलानी व अंजना जुयाल देश का प्रतिनिधित्व करेंगी। बैठक में ये बाल पत्रकार 'उमंग' कार्यक्रम के तहत तैयार की गई वैकल्पिक रिपोर्ट पर चर्चा करेंगे। यह विश्व की पहली ऐसी रिपोर्ट है, जिसे बच्चों के द्वारा तैयार किया गया है। इस रिपोर्ट को 18 दिसंबर 2008 को बाल अधिकार कमेटी की अध्यक्ष सुश्री यांगली को सौंपा गया था। इसके बाद इन बाल पत्रकारों को संयुक्त राष्ट्र की ओर से सम्मेलन में भाग लेने का निमंत्रण मिला।
उमंग के तहत श्री भुवनेश्वरी महिला आश्रम उत्तराखंड के सभी तेरह जिलों में कार्य कर रहा है। प्रदेश के 130 गांवों में 3250 बच्चों को कार्यक्रम के माध्यम से समाचार, कहानी लेखन, कामिक्स, रेडियो कार्यक्रम, फोटोग्र्राफी, वीडियोग्र्राफी, एनिमेशन व इंटरनेट पर सूचना का आदान प्रदान सिखाया जा चुका है। ये सभी बच्चे समाचार संकलन कर मासिक पत्रिका प्रकाशित करते हैैं व आकाशवाणी के माध्यम से कार्यक्रम प्रस्तुत करते हैैं।
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