Thursday, 17 September 2009
-पहाड़ी गांवों को संवारेगा योगपीठ
-जड़ी-बूटी उत्पादन के लिए चुनिंदा गांवों को गोद लेने की तैयारी
पंतजलि योगपीठ ने पहाड़ी गांवों को संवारने की दिशा में पहल कर दी है। योगपीठ के आचार्य बालकृष्ण बुधवार को पौड़ी के कुछ गांवों का भ्रमण करेंगे। यदि सब ठीक रहा तो भविष्य में इन गांवों की विशिष्टता के आधार पर ग्रामीणों को जड़ी-बूटी उत्पादन से जोड़ा जा सकता है। कृषि मंत्रालय की इस मसले पर योगपीठ से वार्ता हो चुकी है।
कृषि मंत्रालय ने कृषक महोत्सव के जरिए किसानों को नवीनतम जानकारी से लैस करने की मुहिम छेड़ी है। इसके तहत बुधवार को पौड़ी जिले के पोखड़ा में कृषक महोत्सव का उद्घाटन होगा। राज्य स्तर पर संचालित इस महोत्सव के उद्घाटन में बतौर मुख्य अतिथि पंतजलि योगपीठ के आचार्य बालकृष्ण महाराज पहुंच रहे हैैं। कृषि मंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी इस मौके पर मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में किसानों को फसल, बीज, नवीन उपकरण आदि के संबंध में जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही क्षेत्र में संभावित कृषि गतिविधियों पर भी विचार किया जाएगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पंतजलि योगपीठ ने पर्वतीय क्षेत्रों में जड़ी-बूटी उत्पादन में सहयोग करने की मंशा जताई है। इसके तहत योगपीठ कुछ गांवों को गोद लेकर वहां जड़ी-बूटी उत्पादन में ग्रामीणों की भागीदारी सुनिश्चित करने की योजना पर काम करना चाहता है। योगपीठ की इस पहल को कृषि मंत्रालय भी काफी रुचि ले रहा है। मंत्रालय का मानना है कि पर्वतीय क्षेत्र के ग्रामीणों को यदि आर्थिकी का कोई बेहतर रास्ता मिल जाता है तो इससे पलायन की समस्या पर भी अंकुश लग सकेगा। ऐसे में जरूरी है कि ग्रामीणों को जड़ी-बूटी उत्पादन के लिए तैयार किया जा सके।
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