Friday, 11 September 2009

स्काटलैंड के टापू पर बनेगा पतंजलि योगपीठ

हरिद्वार: विदेशी धरती पर पहली बार योग ऋषि स्वामी रामदेव पतंजलि योगपीठ स्थापित करने जा रहे हैं। यूं तो विदेश में कई जगहों पर योगपीठ का रचनात्मक कार्य चल रहा है, लेकिन पतंजलि योगपीठ के नाम से स्थापना पहली बार हो रही है। स्काटलैंड के टापू लिटिल कैंब्री को इसके लिए चुना गया है। अनुकूल जलवायु और वातावरण को देखते हुए इस जगह को पसंद किया गया है। करीब 3000 एकड़ में फैले इस टापू की 700 एकड़ भूमि पर पतंजलि योगपीठ की स्थापना हो रही है। स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण दोनों 27 सितंबर को लिटिल कैंब्री से अनूठे अभियान का श्रीगणेश करेंगे। पतंजलि योगपीठ देश में अपनी साख बनाने के बाद विदेशी धरती पर भी पांव जमाने जा रही है। स्वामी रामदेव का योग से विश्र्व को निरोग करने का सपना साकार होता नजर आ रहा है। योग से कई गंभीर रोगों को दूर किया जा चुका है। विदेश में कई जगहों पर स्वामी रामदेव का योग से संबंधित कार्यक्रम चल रहा है, लेकिन योग ऋषि और आचार्य बालकृष्ण ने पहली बार विदेशी धरती पर पतंजलि योगपीठ की स्थापना का मन बनाया। खाका तैयार करने के बाद वहां की सरकार से इसके लिए मंजूरी ली गई। जिस जगह पर पतंजलि योगपीठ की स्थापना होने जा रही है, वह बेहद खूबसूरत है। स्काटलैंड के खूबसूरत टापू को इसके लिए चुना गया है। वैसे यह टापू तो 2500 से 3000 एकड़ में फैला हुआ है, लेकिन पतंजलि योगपीठ करीब 700 एकड़ पर होगी। आचार्य बालकृष्ण ने विदेश में पतंजलि योगपीठ खोलने की मंशा को लेकर जागरण को बताया कि योग ऋषि स्वामी रामदेव महाराज यहां से विश्र्व शांति के रूप में योग का संदेश देना चाहते हैं। यहां के पतंजलि योगपीठ में योग के माध्यम से रोगों को दूर करने की सतत कोशिश होगी। अनुसंधान कई विषयों पर होगा। लोगों को योग की शिक्षा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि टापू पर बसने वाले पतंजलि योगपीठ की खासियत यह होगी कि यहां पर मिलने वाले औषधीय गुण वाले पौधों की खोज कर उस पर अनुसंधान किया जाएगा।

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