Tuesday, 27 September 2011

राजधानी में पहली बार होगी गढ़वाली रामलीला

महिलाएं ही निभाएंगी महिला पात्रों की भूमिका गढ़वाली में होगा गीत-संगीत
 देहरादून -रामलीला के सभी पात्र गढ़वाली भाषा में संवाद बोलेंगे।
चौपाइयों में लोक धुनों के मधुर बोल सुनाई देंगे। द्रोणनगरी में पहली बार ऐसा होने जा रहा है। उत्तराखंड फिल्म एंड डेपलेपमेंट एसोसिएशन व रामलीला समिति अपर गढ़वाली कालोनी की ओर से आयोजित रामलीला में जोगीवाला रिंग रोड प्रांगण में श्री रामलीला मंचन गढ़वाली बोली में किए जाने का यह पहला प्रयास है। रामलीला के समस्त संवाद व गीत आदि गढ़वाली में ही बोले व गाए जाएंगे। इसके अलावा रामलीला में महिला पात्रों की भूमिका महिलाएं ही निभाएंगी। गढ़वाली रामलीला में महिला पात्रों की भूमिका महिलाओं द्वारा निभाए जाने का यह अभिनव प्रयोग होगा। रामलीला का उद्घाटन एक अक्टूबर को कृषि मंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत करेंगे। रामलीला के सफल आयोजन के लिए बकायदा समारोह समिति का गठन किया गया है। इसमें गढ़वाली कालोनी, आदर्श कालोनी व नत्थनपुर के अंतर्गत आने वाली ग्राम विकास समितियों के पदाधिकारियों को मुख्य भूमिका में रखा गया है। इसके अलावा स्वागत समिति, मंच व्यवस्था, वित्त, सुरक्षा, पंडाल, मंच संचालन सहित कई महत्वपूर्ण समितियों का गठन किया गया है। समिति के अध्यक्ष विजय भारती व संयोजक विक्रम सिंह नेगी ने बताया कि लोक संस्कृति व बोली को बढ़ावा देने के लिए इस तरह का प्रयास किया जा रहा है।

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