यूकेडी विधायक की शिकायत के बाद मुख्यमंत्री ने किया फैसला
देहरादून। सीएम भुवनचंद्र खंडूरी ने चंद महीने पहले हुई एलटी सहायक शिक्षक की भरती की जांच कराने के आदेश दिए।
इससे तकनीकी शिक्षा विभाग और प्राविधिक शिक्षा परिषद में खलबली मच गई है। यूकेडी विधायक ओमगोपाल रावत ने इन भरतियों के साथ ही परिषद की कार्यप्रणाली पर भी निशाना साधते हुए दोनों की जांच कराने की मांग की थी।
इससे तकनीकी शिक्षा विभाग और प्राविधिक शिक्षा परिषद में खलबली मच गई है। यूकेडी विधायक ओमगोपाल रावत ने इन भरतियों के साथ ही परिषद की कार्यप्रणाली पर भी निशाना साधते हुए दोनों की जांच कराने की मांग की थी।
परिषद की तरफ से आयोजित परीक्षा के आधार पर तकरीबन दो हजार एलटी सहायक अध्यापकों का चयन किया जा चुका है। शासन में उनकी तैनाती की कसरत शुरू हो चुकी है। यूकेडी विधायक रावत की शिकायत को गंभीर मानते हुए मुख्यमंत्री ने इस पर जांच कराने के आदेश दे दिए। इससे तैनातियों में काफी वक्त लगने की संभावना भी पैदा हो गई है। मुख्यमंत्री बनने के बाद खंडूरी ने किसी भी मामले में जांच करने का यह पहला लिखित आदेश दिया है।
अपर सचिव (स्वतंत्र प्रभार) सुवर्द्धन ने इस बारे में कहा कि यह मामला प्राविधिक शिक्षा परिषद से जुड़ा है। उनका इस जांच से कोई वास्ता नहीं है। ओमगोपाल के अनुसार परिषद ने परीक्षाओं को गंभीरता से नहीं लिया। दिल्ली की जिस एजेंसी को प्रश्नपत्र छापने दिया, उसने इसकी गोपनीयता का कोई ख्याल नहीं रखा। प्रश्नपत्र खुले बाजार में परीक्षा से पहले उपलब्ध थे। उन्होंने गलत टोटलिंग और गलत सवाल के भी पूरे नंबर दिए जाने सरीखे मामलों की तरफ भी मुख्यमंत्री का ध्यान खींचा। उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी अफसर जिम्मेदार हो, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने उन्हें इसका आश्वासन दिया।
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