Monday, 29 June 2009

जयशंकर ने बढ़ाया दून का गौरव

-तबला वादन के लिए प्रतिष्ठित उस्ताद बिस्मिल्ला खान 'युवा पुस्कार' पाने वाले पहले उत्तराखंडी होंगे जयशंकर मिश्र -बनारस घराने के श्री मिश्र कई देशों में कर चुके हैं अपनी कला का प्रदर्शन देहरादून, जागरण संवाददाता: यह पहला मौका है, जब हिंदुस्तानी इंस्ट्रूमेंटल म्यूजिक के लिए दूनघाटी के किसी कलाकार का चयन संगीत नाटक अकादमी के प्रतिष्ठित उस्ताद बिस्मिल्ला खान 'युवा पुस्कार' के लिए हुआ है। गौरव की बात यह है कि दून निवासी जयशंकर मिश्र इस पुरस्कार को पाने वाले पहले उत्तराखंडी तबला वादक होंगे। संगीत नाटक अकादमी द्वारा वर्ष 2006 में स्थापित यह पुरस्कार जयशंकर मिश्र को अगस्त माह में दिल्ली में प्रदान किया जाएगा। शनिवार को हिंदी भवन में संवाददाताओं से बातचीत में श्री मिश्र ने यह जानकारी दी। बनारस घराने से ताल्लुक रखने वाले श्री मिश्र के दादा जद्दू महाराज व पिता जगदीश शंकर मिश्र को भी तबला वादन में महारथ हासिल रही है। तबला वादन के लिए अब तक कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजे जा चुके जयशंकर अमरीका व यूरोप समेत कई देशों में अपनी कला का प्रदर्शन कर चुके हैं। तबले के पांच हजार बोल कंठस्थ रखने वाले श्री मिश्र की दो सीडी भी रिलीज हो चुकी हैं। एक में उन्होंने उत्तराखंड के प्रसिद्ध संतूर वादक मोहन सिंह रावत के साथ संगत की है। संगीत को आगे बढ़ाने के लिए वह राजधानी में स्वयं की अकादमी भी चलाते हैं, जो उनके दादा जद्दू महाराज के नाम पर स्थापित है। श्री मिश्र ने उन्हें मिलने वाले प्रतिष्ठित उस्ताद बिस्मिल्ला खान 'युवा पुस्कार' को उत्तराखंड को समर्पित करने की बात कही। इस मौके पर पर्यावरण के क्षेत्र में नेशनल यूथ अवार्डी जगदीश बाबला भी उपस्थित थे।

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