Friday, 12 August 2011

फुटबाल होगा उत्तराखंड का राज्य खेल


उत्तराखंड में खेलों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने कई बडे़ कदम उठाते हुए फुटबाल को राज्य का प्रतीक खेल बनाने का फैसला किया है। साथ ही उत्कृष्ट खिलाडियों को खेल रत्न पुरस्कार तथा प्रशिक्षणों के लिए द्रोणाचार्य पुरस्कारों की भी शुरूआत की जाएगी।



पर्यटन एवं खेल सचिव राकेश शर्मा ने बताया कि प्रत्येक राज्य का अपना खेल होता है। जिसे राज्य के खेल के रूप में मान्यता दी जाती है। क्योंकि उत्तराखंड में फुटबाल अधिक खेला जाता है इसलिए इस खेल को राज्य के खेल के रूप में मान्यता देने का निर्णय किया गया है।

खेल मंत्री खजान दास की अध्यक्षता में संपन्न हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार राज्य में अच्छे खिलाडियों तथा उत्कृष्ट प्रदर्शन कर राज्य का नाम रोशन करने वाले खिलाडियों एवं प्रशिक्षकों को उत्तराखंड खेल रत्न तथा उत्तराखंड द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए क्रमश पांच एवं तीन लाख रूपए नकद प्रदान किए जाएंगे।

खजान दास ने बताया कि राज्य में पचास करोड़ की लागत से लगभग 25 एकड़ में अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम भी बनाया जाएगा जिसके लिए भूमि को चिन्हित भी कर लिया गया है।

उन्होंने बताया कि राज्य में क्रिकेट संघ का भी गठन करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए विभिन्न क्रिकेट संघो को मिलाकर एक संघ बनाया जाएगा जो बीसीसीआई से तालमेल बनाकर उत्तराखंड राज्य संघ की मान्यता के लिए कदम उठाएगा। मुख्यमंत्री संघ के पदेन संरक्षक एवं खेल मंत्री पदेन अध्यक्ष होंगे।

इसके अलावा प्रतिभावान खिलाडि़यों को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए नकद सहायता राशि भी उपलब्ध कराने का फैसला किया है।

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