Thursday, 27 November 2008
कौथिग में दिखे भूले बिसरे गांव
Friday, 7 November 2008
लंदन में दिखेगी उत्तराखंड की खूबसूरती
Saturday, 1 November 2008
पंचेश्वर डेवलपमेंट अथारिटी का ढांचा मंजूर
घराट बनेंगे बहुआयामी
पहाड़ में भी पैदा होगा लारा
जज्बे के बूते झेलूंगी हर चुनौती
केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद
योगेंद्र प्रसाद को भारतीय शिरोमणी पुरस्कार
Saturday, 25 October 2008
Friday, 24 October 2008
परिसम्पत्ति को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे: कंडारी
असंतोष को थामने की कवायद
आज मचेगी नरेंद्र सिंह नेगी के गीतों की धूम
विरासत में हुआ तीन धाराओं का संगम
Thursday, 23 October 2008
खत्म हुआ समयबद्ध वेतनमान का प्रावधान
देहरादून में खुलेगा भारतीय मानक ब्यूरो का कार्यालय
मैती आंदोलन
Wednesday, 22 October 2008
क्या सकून हैं क्या पहाडं हैं
अल्मोड़ा में सादगी और सहज व्यवहार से कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह इस दौर के तमाम राजनेताओं से एकदम हटकर हैं। साथ ही एहसास कराया कि वह अपने पिता राजीव गांधी के नक्शेकदम पर हैं। राहुल ने सोमवार को सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम किया। उनकी दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी भी यहां ठहर चुके हैं। इससे पहले वह रात्रि 10:35 बजे बिना सुरक्षा तामझाम के सर्किट हाउस से पैदल निकल पड़े। एसपीजी की अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था को छोड़ उन्हें आम आदमी की तरह बाजार में घूमता देखकर लोग हतप्रभ रह गए। देर रात तक प्रतिष्ठान खोलने वाले दुकानदारों और अन्य लोगों के लिए कांग्रेस के युवराज को कड़ाके की सर्दी में बाजार में घूमते देखना किसी आश्चर्य से कम नहीं था। जिन दुकानदारों से राहुल ने भेंट की, वे अभिभूत थे
सख्त हुई भाजपा
२२ अक्टूबर -अब बगावती तेवरों से सख्ती के साथ निपटने का मन बना लिया है। इस क्रम में विधायक हरभजन सिंह चीमा को नोटिस जारी कर एक सप्ताह में स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। प्रदेश महामंत्री अजय भट्ट ने कहा कि पुष्ट साक्ष्य मिलने पर सख्त कार्रवाई तय है। कुछ भाजपाई विधायकों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावती तेवर अपना रखे हैं। अभी तक भाजपा संगठन इन्हें समझाने-बुझाने की रणनीति पर काम कर रहा था। अब लगता है कि बार-बार फजीहत झेल रहे संगठन ने इनके खिलाफ सख्त रुख अपनाने का मन बना लिया है। इसी क्रम में आज भाजपा के टिकट पर काशीपुर सीट से जीते विधायक हरभजन सिंह चीमा को एक नोटिस जारी किया गया है। पार्टी के प्रदेश महामंत्री अजय भट्ट ने बताया कि विधायक श्री चीमा ने 17 विधायकों के इस्तीफे के बारे में न्यूज चैनल को भ्रामक सूचना दी और संगठन विरोधी टिप्पणी की। इससे संगठन और सरकार, दोनों की छवि पर असर पड़ा। पार्टी संविधान के अनुसार न्यूज चैनल या फिर समाचार पत्रों में इस प्रकार की बात करना गंभीर अनुशासनहीनता का मामला है। श्री भट्ट ने कहा कि श्री चीमा भाजपा विधानमंडल दल के सदस्य हैं। प्रदेश अध्यक्ष बची सिंह रावत ने विधायक के इस काम को खासी गंभीरता से लिया है। अध्यक्ष के निर्देश पर श्री चीमा को नोटिस जारी करके एक सप्ताह में जवाब देने को कहा गया है, ताकि इस मामले में आगे की कार्रवाई से पहले उनका पक्ष भी सुना जा सके। श्री भट्ट ने बताया कि पुष्ट साक्ष्य मिलने पर विधायक के खिलाफ सख्त कार्रवाई तय है।
Tuesday, 21 October 2008
उत्तराखँड पहुचे राहुल गांधी
धना, धना, धनुली धन तेरो परान.
नैनीताल शरदोत्सव में लोक गायक हीरा सिंह राणा ने कई दिलकश प्रस्तुतियां दी। दिल्ली के हाइलेंडर ग्रुप के बैनर तले श्री राणा ने गीतों के माध्यम से पहाड़ में खत्म होते सामाजिक, राजनीतिक मूल्यों पर चिंता जताई। 67 वर्षीय श्री राणा ने पहला गीत आजकल हैरे ज्वांन, मेरी न्यौली पराण., धना, धना, धनुली धन तेरो परान., मैं तेरी नराई लागी दीपा कोई निशानी. आदि लोक गीत गाकर दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। युवा से लेकर बुजुर्ग तक उनके गीतों में झूम उठे। इसी दल के विशन हरियाला ने पुष्पा लुकी रै. गीत प्रस्तुत कर वाहवाही लूटी। इंदू हरबोला ने मोहना-मोहना. गीत प्रस्तुत किया। इसी दल द्वारा मोहन तेरी मुरली बाजी, ग्वाल बाल का संग., बारह बरस की तपस्या द्वारिका जाए संग. गीत की प्रस्तुति दी। सुर भारती हल्द्वानी के कलाकारों ने बागेश्र्वर की विमला छोरी., संगम सांस्कृतिक कला मंच देहरादून द्वारा गढ़वाली व जौनसारी संस्कृति पर आधारित आकर्षक प्रस्तुतियां दी।
उत्तराखंड के 17 बागी विधायकों ने दिए इस्तीफे
Monday, 20 October 2008
१८ अक्टूबर से नेनीताल में आयोजित शरदोत्सव
निर्मल ग्राम पुरस्कार-२००८ उत्तराखंड के नैनीताल जिले से लीलावती
Saturday, 18 October 2008
तमन्ना यही कि सिर पर सजे ताज
Friday, 17 October 2008
विरासत-२००८ बेडू पाको बारामासा
शरदोत्सव-2008 -लौटाएंगे पहाड़ों की रानी की खूबसूरती
Friday, 10 October 2008
ऐसे हुआ उत्तराखण्ड का गठन
Wednesday, 1 October 2008
ऊचे-ऊचे झरने हैं
Wednesday, 24 September 2008
वहाँ घरों में ताले नहींहोतेक्योंकि
किवाड़ों में कुण्डे नहीं होतेवहाँ खटखटाना शब्द भी नहीं होताक्योंकि
लोग अपने पहुँचने से भी पहलेबतियाने लगते हैं देहरी में बैठकरवहाँ चोरियाँ नहीं होतींक्योंकि
वहाँ तिजोरियाँ नहीं होतींकभी-कभी रात मेंकिवाड़ों पर अवरोध डाल दिये जाते हैंक्योंकि वहाँ बाघ होते हैंमगर अब वहाँ कुण्डे और ताले बिकने लगे हैं क्योंकि अब वहाँ शहरी दिखने लगे हैं